मेरी इक आदत बहुत बुरी है,
मैं एक बार किसिसे नफरत करू,फिर दोबारा उसकी शक्ल देखना पसंद नहीं करती और
जिन सवालों का जवाब ना मिले,
उन्हे भूल जाना ही बेहतर होता है...
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कभी – कभी हमारा भरोसा भी हमें धोका दे जाता है, भले ही किसी अपने पर हमने भरोसा क्यों ना किया हो खैर, भरोसा तो विश्वास से आता है जो कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए तोड़ देते हैं और ना जाने कितनी बेशर्मी से कह जाते है,“मुझे माफ कर दो!"
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किसी इंसान को समझना काफ़ी मुश्किल होता है और ऐसा तब होता है जब, कोई हमें अपने मुताबिक चलाना चाहता हो.
सामने वाला समझना ही नहीं चाहता की वो जिसे काबू में करना चाहता है, उसे आज़ादी पसंद है!....-
एक पल के लिए भी किसको माफ कर देना समझदारी होती होगी;
लेकिन कुछ फैसले बदलने पर मजबूर हो जाते हैं!...-
मेरी खुशीयों को बहुत जल्दी नज़र लग जाती है, पता नहीं मैं क्या करूंगी लेकिन भगवान जी कहते हैं.... “सही वक्त पर सब ठीक हो जाता है!"
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आज के बदलते मौसम में और बदलते इंसानों में कुछ खास फ़र्क नहीं...
बस, बदलते मौसम में हालत खराब होती है और बदलते इंसानों में रिश्ते!....
और बदलते जमाने में एक चीज कायम तो नहीं रह सकती और उसे ही हम जिंदगी कहते है, बदलते वक्त में इंसान को भी बदलना चाहिए 🙂।-
रिश्तों की मासूमियत !...
मैंने अपनी लाइफ से एक चिज जरूर सीखी है, खामोश रहना .... खामोशी वो जवाब है जो हर एक सवाल को हल करता है ....
कुछ सवाल का जवाब ही खामोशी होती है....
अगर बोल पडे तो टुटे शीशे की तरह कई रिश्ते भी टूट सकते हैं।-
kya such me kisika bharosa todne ke baad unhe maaf krna aasan hota hai , shayad nhi .....
lekin ek sabak zarur milti hai ki kisi par had se zyada bharosa na kre or ek ki saja kisi or ko bhi milti hai...
shayad hum bharosa aise insaan pr krte hai jo ki humare bharose kimat na janta ho...-
धूल पडी चिजे भले ही पहले जैसी चमक न सकती
रिश्तों में पड़ी कड़वाहट मीठी बोली से सुधार जरूर सकते हैं,
क्या हुआ यादे कड़वे या बहुत कड़वे हुए तो रिश्तों से अनमोल भला होता है कोई,
उन्हीं रिश्तों को समेटने में हम आधी जिंदगी बिता देते हैं थोड़ा संवारने में आधी बची जिंदगी शायद खूबसुरत बन जाए....-
किसिके जाने से वक्त थम तो नहीं जाता,
हा बदल जरूर जाता है;
हर वक्त खिला चेहरा मुर्झा जाएगा,
कुछ चिजे संभल तो नहीं सकती;
हा मगर उलझ जरूर सकती है,
किसी जाने से कुछ हो तो नहीं जाएगा
हा खुशी के पल गम में जरूर बदल जायेंगे!......-