QUOTES ON #द्वारिकाधीश

#द्वारिकाधीश quotes

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2 APR 2021 AT 6:21

कमजोर नहीं इरादे, बस मुश्किल डगर है,
तुम हो संग मेरे द्वारिकाधीश तो आसान हर सफर है।।

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30 APR 2021 AT 9:35

मोह भी किसका हो अब,
माया ही मोहन की, लागी है जब,,
और ये माया न छूटेगी अब,
फिर चाहे छूट जाए सारा जग...!

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5 JAN 2022 AT 5:42

मेरे प्रभु साँवरे सरकार,
सौ जन्मों के वियोग को
सह लूँगा मेरे कान्हा प्यारे
एक पल आपका संग मिले
जो मेरे हों बारे न्यारे
आपका दिदार हो
काया मेरी चाहे स्थूल हो,
आन बसों चित में चितचोर
आप के चरणों के
हम अभिलाषी, दर्शन दो
मेरे गोपीनन्दन बाकेबिहारी
ॐ श्री द्वारिकाधीशाय नमो नमः
जय श्री गोपीनाथ जी की सा
🙏🏻🌺🐦🌺🙏🏻

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29 AUG 2021 AT 20:05

🌹हे कर्मयोगी लड्डूगोपाल जी🌹
जो आप हमेशा
मंद मंद मुस्कुराते हो
हर मुश्किल को हर लेते हो
जीना है तो उमंग से
मुस्कुरा कर जीयो
बस सबको एक
"प्रेम कर्म" का पाठ पढ़ाते हो...🌹
🪔✨ॐ श्री द्वारिकाधीशाय नमो नमः✨🪔

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11 AUG 2020 AT 7:41

जो एक गुनाह भी माफ ना करे वो है "न्यायाधीश".....
और
जिसके शरण में जाने से ही, हज़ारों गुनाह भी माफ हो,
वो एक ही हैं हमारे "द्वारिकाधीश"...

🙏🏻राधे-राधे🙏🏻

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9 JUN 2020 AT 21:14

मेरे हृदय में तुम ऐसे उतर आयी
जैसे द्वारिकाधीश में मीरां समायी।

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26 AUG 2020 AT 14:29

तेरे रंग में रंगा ये ज़माना रहे, मैं जहां भी रहूं बरसाना रहे।

ब्रज की अधिष्ठात्री देवी, वृषभानु दुलारी,श्री कृष्ण प्रिया,

हमारी स्वामिनी श्री राधा रानी जी के प्राकट्य दिवस की

आप सभी को बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

जय श्री राधे ❣️

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16 MAY AT 10:21

माधव..
ना लो सुध हमारी, मर्जी आपकी राजाधिराज द्वारिका के नाथ,
जब खुद पे बीती तो छुप छुप रोते हो, तड़पते हो सिसकते हो,
हे गोविंद..
माना हो आप निष्ठुर छलिया निर्मोही रासबिहारी मोरे सरकार,
नही लेनी है हमारी सुध तो क्यों कहा हम को मनमीत साँवरे.. जो हम ने कि है प्रीति श्रीचरनन, वो क्या प्रेम इश्क मोहब्बत नहीं है साँवरे सरकार..✍🏼🐦

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19 AUG 2022 AT 18:29

..✍🏼🐦

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29 DEC 2024 AT 8:07

माधव..
मेरे सरकार खोलो दर द्वार हम खड़े दर्श,
जय बोलूं जय जय बोलूं श्रीद्वारिकाधीश,
आप दो दर्शन तो सिद्ध हो जाये जीवन नाथ,
माखन मिश्री श्रीखण्ड रज रज भोग लगावो,
कालिया तेरी राह वाट हम जोह महाप्रभु,
जय जय द्वारिकाधीश श्यामसुंदर रणछोड़,
चित्त रो रोम रोम बोले चित्त को जोग बोले,
देखो सरकार गईया बुलावे बछड़े रंभावे,
आप पधारो गोपाल तो गईया सुख पावे जी,
जय जय बोलो जय द्वारका रो नाथ द्वारिकाधीश,
हम लाये नाना फूल चंदन साज सजाने आपको,
अब तो दे दो दर्शन मोरमुकुटधारी बंशीधर,
आप दो दर्श खड्गधारी नाथ रुक्मिणी महाराणी,
नभ को छू छू जावे आज़ाद फहरावे धर्मध्वजा नाथ,
दरबार पधारो मोरे द्वारिकाधीश साँवरे सरकार..✍🏼🐦

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