जो सुकून नही मिला मुझे विदेशी जूतों में ,
वो सुकून मिला मेरी बूढ़ी माँ की हवाई चप्पलों में !!-
मर-मर के उनके इश्क़ में हम इस क़दर जीते हैं
इश्क़ में टूटे हुए दिल को गम के धागों से सींते हैं
अब तक बहुत पैसा बर्बाद किया इंग्लिश पीने में
अब तो अपने गांव के ठेके से देसी ठर्रा पीते हैं-
सुन छोरे.....
हक😉 तो इतना है कि मैं👉 तुझे तुझसे चुरा लू🤩
पर❤ क्या है ना कि मुझे👩💼 चोरी आती नहीं🙅।-
म्हारे भरतार थारे हाथ की बनी चाय की तारीफ करणी मने आती कोण्या...
और क्या करूं
औऱ क्या करूँ
म्हारी माँ के अलावा किसी और के हाथ की बनी रोटी
मने पसन्द कोण्या...😍😍-
छोरी बोली
तू बुरा ना मानिये पर
तेरा Style तो जम्मा इ Desi लागै सै,
मैं बोल्या अक बावली इस बात का इ तो
Attitude😏 सै _म्हारे म...!!-
महफ़िल सजी हो बेवफाओं की और ज़िक्र तेरा न हो......
यह तो वही बात हो गयी कि शराब हो देसी मगर उसमें नशा न हो-
स्टार्ट अप
शब्द में बोलना आसान है
मगर आज की अमीर पीढ़ी
ब्राॅण्ड देखती है
यकीन मानिये
उत्पाद की लागत तक नहीं निकलती-
मुझे नहीं पता कैसे बनाएं किसी अपने को अपना..
हम तो खुद हार बैठे हैं दिल अपना वो उसको.. जिस का हजारों लोग लेते सपना..-
अब हमें बिन लोगन पें बड़ी गुस्सा आवत है
.
जो व्हाट्सएप्प पें 3 साल पुराने चटकोला डालेंगे
और बोल्त हैं कि
ग्रुप काउको होए लेकिन धमाको हमई करेंगें।
😝😝😂कोऊ समझो जा भाषा कों।😝😝😂-
प्यार की मिसाल होते थे हम गांव वाले,
लगता है मेरा मेहबूब शहर जाके आया है।-