किसी को झूठी उम्मीद देने से अच्छा है, उसे साफ शबदों मे इनकार कर दो , सामने वाले को कुछ वक्त के लिए बूरा लगेगा तो लगने दो, लेकिन उस का दिल टूटने से बच जाएगा।
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22 FEB 2020 AT 15:06
19 APR 2022 AT 23:46
याद करूँ कैसे तुम को
जब भुलाया ही नहीं,
दिल को धड़कने के लिए
साँसों की ज़रूरत सी हो तुम-
19 APR 2022 AT 23:39
तुमको फुरसत ही कहाँ है कि मुझको याद करो
पागल तो मैं हूं जो तुमसे झूठी उम्मीद लगाई बैठी हूं ।
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1 NOV 2021 AT 21:16
कोई तुम्हें टूट कर चाह रहा है
ऐसी कोई झूठी उम्मीद मे मत रहना.
वरना एक दिन तुम खुद टूट जाओगे.-
22 MAY 2021 AT 22:35
वो ज़हनी सुकून था मेरा,
जो ना जाने कहां खो गया इस बेदर्द ज़माने में,
कभी मसरूफ हुआ करते थे हम भी मुहब्बत के फसाने में,
जो खो दिया उसका गम तो अभी गया भी ना था,
कि तुम फिर से शुरू हो गये हो झूठी उम्मीदें बनाने में...!
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23 JUN 2019 AT 5:48
तू और तुझसे जुड़ी झूठी ख्वाइशों की पूरी होने की उम्मीद.....,
उफ़्फ़...! ये मेरी गलतफहमियां ..।।-