जिसकी महक ता उम्र बरक़रार रहती है,,,
दिल के बगीचे में बिन फूलों के बहार रहती है...!!
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सिमटने की बाहों में तेरी,,,,
बिखरेंगे इस क़दर हमने सोचा ना था....!!!— % &-
किसके अहसास कितने गहरे है,,
इस दिल के इर्द गिर्द तो सिर्फ उनकी यादों के पहरे है...!!!— % &-
बिखरे थे जो टुकड़े दिल के वो समेट के लाया हूं,,,
तेरी मुहब्बत में आज फिर से बर्बाद होने आया हूं...!!!— % &-
कैसा बदल गई मिजाज़ ज़िंदगी का मोहब्बत तेरी,,,
एक और ख़्वाब सजाए तो दूसरी ओर दुनिया उजड़ गई मेरी....!— % &-
कैसा बदल गई मिजाज़ ज़िंदगी का मोहब्बत तेरी,,,
एक और ख़्वाब सजाए तो दूसरी ओर दुनिया उजड़ गई मेरी....!— % &-
हमने क़िस्मत का लिखा मान कर,,
कैसे गुज़रा है एक एक लम्हा हिज्र में उनकी
तड़प उठती रूह आज भी यह जान कर...!!!— % &-
Ek hi shakhs meri duaao'n ka mahoor tehra,,
Wo meri subah, meri sham, meri qaynat tehra,,
Dil dhadakta hai to Dhadkan me wahi shamil hai,,,
Woh meri rooh meine shamil meri zindagi tehra....!!!
❤️❤️❤️-
Sari hasrate khwahishe dil me dabaye baitha hoon,
Jo pure na ho pay wo khwab sajaye baitha hoon,
K kab tk lega mere maula imtihan mere sabr ka,,,,
Tere kun k intezar me aas lagaye baitha hoon..!!!-
Manau kaise manta nahi hai zidd karta bahut hai
Magar haqiqat ye bhi hai mujhpe marta bahut hai...!!!-