के जस मिळगो तने करिया गलत काज,
जो जस लेके घूमे है तू जाणे , के है बीरो राज
कब तक लेर घुमेला तू , लेर सर झूठो ताज
इया दुसरो ने धोखो देर कब तक करलेगो नाज!
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अस्यो क्यां जस कमायो,
जे आपणां नू भुलायो....
जस कमाओ तो प्रेम रो कमासी,
सगळां रे मण-रा मां बस ज्यासी....
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" चल कुछ फ़ैसला कर लिया जाये ,
जो मुहब्बत तो वेशक कुछ तो यकीन की जाये ,
जस में आया मुसाफ़िर हूं मैं तो ,
तुझे छु के इस हासिले मंजिल का एतबार कर ली जाये ."
--- रबिन्द्र राम-
" तुझे कुछ तो खबर होनी चाहिए ,
मेरे हाले दिल ख्याल कब तक लेकर घुमता फिरु ,
मेरे जस में आये तु कभी याराना लगेगा तुझे ,
कभी मिल तु मुझे मेरी आवारगी सायराना लगेगा . "
--- रबिन्द्र राम
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नाम तो देना है कोई न कोई तुम्हें
इसलिए तुम्हारे लिए वे गैरत एहसान फरामोश
फरेबी छलिया कुटिल षडयंत्र कारी लिखा नाम तुम्हारा-
हर रात, चुप चुपके.....आ ही जाती हो तुम😊
आकर कुछ अजीब सपने....देकर चली जाती हो तुम🥰
आंखे खुलती फिर कुछ याद रहता,कुछ भूल जाता 😊
जगा रहता हूँ अहले सुबह तक,पर मै जस का तस रहता🥰
#हमारी प्रिय ♥️-