गालों पे गुलाल, दिल में मुहब्बत के रंग हो,
सौहार्दपूर्ण होली सभी के संग हो।
Wishing You And Your Family
A Happy & Colourful Holi.-
हुल्लड़ न हुड़दंग है होली,
अल्हड़ और सबरंग है होली,
रंग प्रीत सब संग है होली,
प्रेम गीत हर धर्म है होली,
इज्जत और आनंद है होली,
सच्ची और स्वच्छंद है होली,
जश्न-जीत हर सुख है होली,
प्रेम-प्रतिज्ञा, हर रीति है होली,
जीवन का हर क्षण है होली,
कर्तव्यनिष्ठ का प्रण है होली,
यह होली मेरी-तेरी भी,
होली है उनकी-उसकी भी,
इस होली हर रंग लगाएं,
आओ अबकी गले लगाएं।-
आया है फिर से खुशियों का तैहार,
रंगने फिर से हर एक को लाल,
रंग जाओ इस रंग में अब तुम भी,
क्योंकि ये है होली का तैहार।
होली की आप सभी को
राखी की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं।-
होली है,अरे बुरा न मानो गिले, शिकवे, शिकायतें
रूठा है, कोई तो मना लो गुलाल में ये सब,उड़ा दो
रिश्ते कोई अगर फीके है अच्छा,बुरा,छोड़ दे,'राज',
जी भर, रंग उनपर डालो हो भला सबका, दुआ दो
खुशी के रंग बिखर जाएं Dr Rajnish
है रंज किसी से, भुला दो
Happy Holi, wish you more colorful time ahead,,,
Regards:. Dr Rajnish -n- Family-
होली की सुबह हो आई
पिंकू लेकर उठा अंगड़ाई.
पिचकारी में रंग भरता
गली गली दौड़ता फिरता.
दादा दादी अंकल आंटी
मम्मी दीदी भैया बंटी.
सब एक दूजे को रंग लगाते
चेहरे देख देख मुस्काते.
गलियों में बच्चे शोर मचाते
रंग उड़ाते धूम मचाते.
पिंकू टब भर -भर रंग बनाता
पिचकारी से सबको खूब भीगाता.
पिंकू के मन में होली समाई
खूब होली खेली भाई.
जी भर होली खेली सबको खूब रँगाया,
पर जल्द ही पिंकू लौटकर घर को आया.
क्या हुआ पिंकू? क्यूं हो गए उदास,
सबने मिलकर पूछा, एक साथ
परेशानी उसकी किसी को समझ में ना आई
तब पिंकू ने फिर, टूटी पिचकारी दिखायी.
पिचकारी के हाल देख सब लोग हँस पड़े.
चाइनीज पिचकारी है, अनायास कह पड़े.
कोई बात नही पिंकू दूजी ले लेंगे
अगली बार और भी बड़ी ले लेंगे.
पिंकू को पापा की यह बात बहुत भायी
जोर से सबने कहा होली आयी भई होली आयी.
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होली है !!!
लेके निकले दीवाने, होली के रंग गुलाल को,
आज रंगेंगे चोली को, गोरी के गोरे गाल को।
नयनों से कर ली बात बहुत, कुछ करने का दिन आया है,
देख के बुड्ढे गाली देंगे, होली में मचे बवाल को।
जोगीरा सा रा रा रा रा रा...-
रंग रंग में रंगने वाली
कोई रंग न ऐसा रंग है।
तेरे रंग में,मैं रंग गया तो
मुझ जैसा फिर कोई
ना रंग है।
रंगों की रंगत हो तुम
रंगों की सौगात हो तुम
फ़िर भी रंग में रंग हो तुम।
मेरी बेरंग ज़िन्दगी की
वो हसीन रंगत हो तुम।
रंग ही ऐसा है जो तेरा
हर कोई रंगना चाहेगा।
एक बार जो चढ़ गया तो
फिर न उतारना चाहेगा।-
आज आपके शायर का
अंदाज़ आशिकाना है
आज उनके गुलाबी गालों पे
रंग लगाने जाना है-
आज होली है।
लगता है।
ज़रूरत है, कुछ नए।
रंगों की ज़िन्दगी में।।-
तन मन तोरा मोसे, मोरा तोसे है रंगा री,
रंग इसपे कोई और कैसे, चढ़ा ले साँवरे!-