क्यों छुपाता है ज़ख्मरोना आये तो रो लिया करजाम हर मर्ज़ की दवा नहीं होतीआँसुओं से भी ग़म धो लिया कर -
क्यों छुपाता है ज़ख्मरोना आये तो रो लिया करजाम हर मर्ज़ की दवा नहीं होतीआँसुओं से भी ग़म धो लिया कर
-
उस हद तक मोहब्बत करोकि कोई मलाल ना रहेभले रहे नाकामी मगरदिल में कोई सवाल ना रहे -
उस हद तक मोहब्बत करोकि कोई मलाल ना रहेभले रहे नाकामी मगरदिल में कोई सवाल ना रहे
मैं चांद-तारों के तरहचमकना नहीं चाहतामैं अंधकार होना चाहता हूँ औरकोई चमके मेरी आग़ोश में। -
मैं चांद-तारों के तरहचमकना नहीं चाहतामैं अंधकार होना चाहता हूँ औरकोई चमके मेरी आग़ोश में।
सब कुछ पा कर भी,क्यों अपनी तन्हाई मिटा नहीं पाता !काश मैं बादल होता,एक बार बरस कर ख़त्म हो जाता । -
सब कुछ पा कर भी,क्यों अपनी तन्हाई मिटा नहीं पाता !काश मैं बादल होता,एक बार बरस कर ख़त्म हो जाता ।
ये बात जान कर भी कि वहाँ रहम नहीं मिलेगा मैं उसकी गोद मेंअपना सर रख रहा हूँ।हाय मैं कितना बेबस हूँ! -
ये बात जान कर भी कि वहाँ रहम नहीं मिलेगा मैं उसकी गोद मेंअपना सर रख रहा हूँ।हाय मैं कितना बेबस हूँ!
ये बात याद कर मैंमुस्कुराता हूँ, इतराता हूँ।तुम्हारे इश्क़ की महफ़िल मेंमैं सबसे देर तक ठहरा।। -
ये बात याद कर मैंमुस्कुराता हूँ, इतराता हूँ।तुम्हारे इश्क़ की महफ़िल मेंमैं सबसे देर तक ठहरा।।
ना हम करते मोहब्बतना हम बर्बाद होतेकाश हम उसे भूल जातेहम भी आबाद होते -
ना हम करते मोहब्बतना हम बर्बाद होतेकाश हम उसे भूल जातेहम भी आबाद होते
हूँ मैं मुसाफ़िर तेरे इश्क़ का,मुझे यक़ीन है ये सफ़र लंबा चलेगा। -
हूँ मैं मुसाफ़िर तेरे इश्क़ का,मुझे यक़ीन है ये सफ़र लंबा चलेगा।
मैं हूँ हर जगहपर कहीं भी नहीं हूँक्या इतना बेरुखा होता हैकिसी का हो जाना।कई लोग हैं पूछने कोपर कोई अपना नहीं लगताक्या इतना तन्हा होता हैप्यार में डूब जाना।। -
मैं हूँ हर जगहपर कहीं भी नहीं हूँक्या इतना बेरुखा होता हैकिसी का हो जाना।कई लोग हैं पूछने कोपर कोई अपना नहीं लगताक्या इतना तन्हा होता हैप्यार में डूब जाना।।
ग़म में डूबा हूँ मैंचाँद तुम भी देर तक निहारती होफिर हमदोनों ये तन्हाई बाँट क्यों नहीं लेते -
ग़म में डूबा हूँ मैंचाँद तुम भी देर तक निहारती होफिर हमदोनों ये तन्हाई बाँट क्यों नहीं लेते