आज नागर धोवागे, खेत खलिहार सुख्घर् सजागे
दाई ह् बनाइस् हे बरा सोहारि , अउ लइका मन ला हासत गेडीं चड़त देख मोर मन अति भागे❤️-
जिनगी के डोरी, जोड़े हरियाली
आये हे सुख हमर द्वार ।
अरे देख...संगी आगे,
हमर हरेली तिहार ।।
जमो के पेट तैं भरथस स्वामी,
धन-धन जय किसान ।
तोरे जांगर ये बुता ल सके,
कमाथस संझा-बिहान ।।
जिनगी म तोरे छाय हरियाली,
मीठ बगराये कुसियार ।।
अरे देख...जीतू आगे
हमर किसनहा तिहार ।।
नांगर तिहार (हरेली) के गाड़ा-गाड़ा बधाई...-
छप्पय छन्द
विषय - हरेली
पहिली आय तिहार, खुशी के परब हरेली।
हरियर खेती खार, पवन करथे अठखेली।।
महके अँगना खोर, घरो घर बनथे चीला।
करथे पूजा पाठ, बिहनिया माई पीला।।
खोंचे डारा लीम के, बैगा हा घर द्वार मा।
कुलके सबो किसान मन, पावन हमर तिहार मा।।-
हरियर जम्मो खेत - खार , धरती ला सुघराय।
पहली तिहार छत्तीसगढ़ के, हरेली सबों मनाय॥
सावन महिना तिथि अमावस, नांगर पूजें जाय।
लामे हवे तिहार तँहा ले, तीजा-पोला बेटी आय॥
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गेड़ी के तिहार आगे गेड़ी के तिहार
आओ मिल के मानाबो जी हरेली के तिहार
नरिहर ला फोड़ाबो जी, गेड़ी ला खपाबो
औजार के पूजा कर, ओकरो मान ला बढ़ाबो-
जय जवान जय किसान
किसान मनके पहली तिहार हे संगी हरियर हरियर हरेली,
जुरमिल जम्मो पुजा करथे नांगर बइला के,
लईका मन खेलथे खेल गेड़ी।
आप जम्मो झन ल हरेली के हार्दिक बधाई
🌹🌳🌲🌳🌹-
छत्तीसगढ़ के पावन भूइयां मा महकत गजब फूलवारी हे
नागर नरवा घुरवा गरवा बारी मा
सुशोभित जेखर चिन्हारी हे
लईका_सियान संग हंसी ठिठोली
गुंजे सुघ्घर किलकारी हे
चेलिक मुटियारी कोयली कस कुहकै
मुसकावत सबो नरनारी हे
चारों कोति जिहा खुशीयां बगरे मोर छत्तीसगढ़_महतारी हे
मनौती सब्बो के पूरन होवय महकत सिरतोन घरद्वारी हे
.... हरेली के गाड़ा गाड़ा बधाई-
सुग्घर हरियर खेत म, लहलहावत हवय धान रे
पड़की,मैना क बोली सुन,हरसत हवय किसान रे
आगे आगे हरेली तिहार,चघथन चलो गेड़ी संगी
अउ रददा म खेलबो, गिल्ली डंडा, फुगड़ी संगी-
हरियर हरेली, हरियर मन
हरियर राखो रे तन
हरियर के तुम करव जतन
तभे तो हो ही हरियर मन-