बटवारें के मंजर से अपने आप को बचाया था।
परिवार के बिखरने से उन्हें फौज ने उठाया था।
अपनी दौड़ से एक दिन सारे जगत को हराया था।
आज वो दिया बुझ गया जिसने विश्व मे तिरंगा लहराया था।-
Javelin thrower नीरज चोपड़ा
वैसा ही है जैसा उसे होना चहिए ,
इसमें बड़ी बात यह है कि,
नीरज चोपड़ा चैम्पियन होने के बाद भी
नीरज चोपड़ा ही है ,
भगवान करे वह नीरज चोपड़ा ही रहकर
देश के लिए और उसी शुरुआती
नीरज चोपड़ा के लिए आगे भी
ऐसे ही खेलता रहे।-
देश डूबा है आज जिसके जश्न में
नीरज चोपड़ा उसका नाम है
खूब भागा वो अपने सपनों के पीछे
तभी तो हाथ में उसके स्वर्ण पदक है
कल तक कोई जानता भी नहीं था
और आज विश्व में उसका नाम है
ना जाने गिरा होगा कई बार उसने
पर आज आसमां भी खिल उठा है
हार को भी गले लगाया होगा उसने
तभी तो आज जीत उसकी मुठ्ठी में है
हर घर में उसका चर्चा है
हर जुबां पे उसका नाम है
नीरज चोपड़ा जिसका नाम है
वो देश की शान है , वो देश की शान है-
कुछ कर गुजरने का जज्बा है
कुछ हासिल कर के जाऊंगी
कुछ सपने है इन आंखों में
उन्हें पूरा कर के मैं दिखाऊंगी
जो कहते है की अभला हूं
उन्हें आयिना मैं दिखलाऊंगी
ओलंपिक में गोल्ड जीतकर
भारत की शान बढ़ाऊंगी-
खंजर, चाकू तीर और
तलवार
लड़ रहे थे कि...
कौन ज्यादा घाव देता है...
शब्द
पीछे बैठे मुस्कुरा रहे थे..!!-