मेरे खयालों में तुम
मेरे ख्वाबों में तुम
यूं मेरे जज्बातों में तुम
कैसे बताऊं मैं तुम्हें कि
मेरे लिए कौन हो तुम
जहाँ भी जाऊं सिर्फ तुम सिर्फ तुम-
गिरता हूँ उठता हूँ
फिर गिरता हूँ फिर संभालता हूँ
म... read more
खुद से खुद को जीतने का लालसा रख तू
मेहनत रुपी इस भट्ठी में तपता रह तू तपता रह तू
सफलता भी एक दिन तुम्हारा कदम चूमेगा
बस चलता रह तू चलता रह तू-
देश डूबा है आज जिसके जश्न में
नीरज चोपड़ा उसका नाम है
खूब भागा वो अपने सपनों के पीछे
तभी तो हाथ में उसके स्वर्ण पदक है
कल तक कोई जानता भी नहीं था
और आज विश्व में उसका नाम है
ना जाने गिरा होगा कई बार उसने
पर आज आसमां भी खिल उठा है
हार को भी गले लगाया होगा उसने
तभी तो आज जीत उसकी मुठ्ठी में है
हर घर में उसका चर्चा है
हर जुबां पे उसका नाम है
नीरज चोपड़ा जिसका नाम है
वो देश की शान है , वो देश की शान है-
कभी हँसाती कभी रुलाती तेरी याद हमको
खुद को संभाल लूं मैं कैसे संभालूं इस दिल को
कैसे बयां करूँ अपनी हाल–ए–दिल तुझको
बीते एक दिन लगे सालों साल मुझको
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अल्फाजों का सफर हमने तुमसे ही शुरू किया है
हर मुकाम पे हमने तुमको ही याद किया है
मत पूछो हमसे कि हमारी मोहब्बत की गहराई कितनी है
बस इतना जान लो कि हमने अपनी जिंदगी तुम्हारे नाम किया है
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क्या तारीफ करूँ मैं तेरे हुस्न का
मलिका-ए-हुस्न लगती हो तुम
चांद भी देख कर तुझे जलता होगा
जब भी मुस्कुराती हो तुम
अप्सराएं भी फीकी लगती होंगी
जब भी संवरती हो तुम
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कैसे कहूं मुझे तेरी याद नहीं आती
तुझे याद किए बगैर कोई दिन नहीं गुजरती
आंखें भी हरदम तेरे आने की राह तकती
और कैसे समझाऊं इन सांसों को
हर सांस में बस तू ही तू बसती-
आँखे तरसती हैं तेरी दीदार के लिये
सांसे चलती हैं बस तेरे लिए
और कितना लिखूं मैं तेरी याद में
जीता हूँ बस तेरे लिए-
सपनों की उड़ान उड़े चल
कोई साथ हो न हो तू अकेला चल
सपनों पे बाधा बनी कंकड़ को फेंके चल
धीरे-धीरे ही सही तू चला-चल
चला-चल चला-चल-
मैं खड़ा रहा तेरे पास तू देखती तो सही
मैं देखता रहा तेरी और तू नजरे मिलती तो सही
तेरी हर कदम पर तेरा साथ चलता
तू हाथ थामती तो सही-