जो इश्क़ झूठे क़समों से हो वो सच्ची मोहब्बत नही,
झूठी मोहब्बत मैं किसी से करूं, ये मेरी आदत नही,
इश्क़ तो ख़ुदा की नेमत है, किसी का मोहताज नही
सिर्फ़ जिस्म से हो, वो ख़ुदा की सच्ची इबादत नही।-
हर सांस में है मां, हर शब्द तुम्हारा है,
तुझमें दिनकर का तेज, कुमार का विश्वास तुझमें,
मुंशी जी के कलम कि धार तू, क्रांति की जननी तू।
दुनिया की बिंदी , अखंड हिंदुस्तान की एकता हिंदी।
क्या तारीफ में तेरी करू, जन्मों–जन्म
तेरी ही संतान बनु।-
शुरू हो गया माह इश्क़ के कारोबार का
फ़रवरी महीना है छद्दम प्यार का।
लोग इज़हार-ए-इश्क़ में डूब जाएंगे,
टुकड़े हो जाएंगे कितनों के ऐतबार का।
नाज़ों से संभाला था वर्षो तक जिसने
कमरे में सिमटा होगा दुपट्टा उनके मान का।— % &-
तुम कोई लम्हा नही जो छू कर गुजर जाओ
तुम जिन्दगी हो सांसों तक साथ चलना होगा-
माना कि देश में अंधेरा छा गया है ,
वजह, कल की भी और आज की भी
सरकार है।
जनता बेचारी भोली रामजी और
गांधीजी ढूंढ रही है,
और युवाओं के मन में हिटलर जन्म रहा है।-
मोहब्बत हो या नफ़रत दोस्ती हो या दुश्मनी हद से ज्यादा बढ़ने से कभी–कभी उल्टा मोड लेती है।
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कौन है सरकार? कौन है समाज?
कौन है नेता? कौन है जनता?
कौन है प्रशासन? कौन है अफसर?
कौन है खुदा का नेक बंदा?
कौन है कृष्ण का पार्थ ?
सब अंजान खोज रहे इंसान......-
नींद उड़ जाती हैं मोहब्बत के मारे आशिकोंकी।
आसान नहीं होता किसीको भुलाकर सो जाना।-
तजुर्बे से कहता हूं,
जो व्यस्त हैं वे ही मस्त है।
बाकी जल रहे हैं या रोगों से लढ रहे हैं।
इसीलिए, व्यस्त रहो मस्त रहो।-