जानना चाहता हूं कौन है हमसफ़र मेरा,
कब तक ख्वाबों के सहारे रात गुज़रे।-
इश्क़ में तवक्कुल मैं रमी रहती सजन के जोग में,
सजन है कि उसे कुछ ख़बर ही नही इस रोग के।।
जलती रही उसके आस के आग में उम्रभर 'सोनू'
एक पल की खुशी रोयी सारी रात इसी वियोग में।-
ये तख्लीक-ए-इश्क तिरे आंखों की नज़र है
यूं मुब्तिला होना तिरे यादों में कोई असर है
ख़्वाब में तुम आती हो, असल में भी मिलो
अब इन चुभते हुए लम्हों का नही गुजर है।-
Tumhare har aansuo ka hisab rakhta hu
Tumhare har sawalon ka jawab rakhta hu
Mujhe tumhe janne ki jidd bahut hai
Lekin tumhara khyal karta hu.-
किसे मोहब्बत में फरागत मिला
जिसने जीना चाहा हार ही मिला
सदके उसने ख़ुदा के सामने किये
अकेलेपन के सिवा कुछ नही मिला।-
घर की याद तब आती है जब तन थका होता है
कमा कर लौटने वाले का अपना मकां होता है
वो जो एक नींद चाहता है सुकून का कुछ पल
क्या बिताती होगी, जिसका घर तबाह होता है।-
मेरे लफ़्ज़ों की अल्फाज़ हो तुम
बेख़ुदी का सोख अंदाज़ हो तुम
ख़्याल में बसी एक दुनिया 'सोनू'
मेरे हर बात की एक बात हो तुम
जग नया-सा लगता है आजकल
इस नयेपन की आगाज़ हो तुम
अब तुम्हारी परछाई मेरे साथ है
साथ चलने वाली सोहबत हो तुम
मोहब्बत कहानी-सा लगता है
मेरी पहली मोहब्बत हो तुम।-
प्यार के बदले प्यार, ख़्याल अच्छा है
दिल को बहलाने का एहसास अच्छा है
हमने तो सजाया था एक संसार ख्वाबों का
ख्वाब का सच होना इत्तेफाक अच्छा है।-
सबसे अच्छी दुआ है दोस्तों
मांगों ख़ुदा से नेमतें जन्नतों की
अपने आमालो को दुरुस्त रखों
ख़ुदा ख़्याल रखेगा तुम्हारी मन्नतों की-