उसने विश्वास जता कर अपना बना लिया मुझको,
प्यार के रास्ते चलना सीखा दिया मुझको,
मैं रोया ही था उसने हँसना सीखा दिया मुझको,
आज खड़ा हूँ तेरे दीदार के लिए,
क्या अपना दीदार करवाएगा मुझको!!
ना जाने कौनसे जज्बात थे जिसने खुद ही,
मेरे ही दिल का दुश्मन बना दिया मुझको!!
-