सिर्फ बच्चे ही पैदा न करें!
उस बच्चे के अन्दर
अच्छे संस्कारों को भी अवश्य पैदा करें!!-
ख्वाहिशें भी आना चाहती है,
हमारी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए !
पर उन्हें क्या पता की बीच में तो किस्मत हैं!!-
असली सवाल यह है कि....
आप भीतर से क्या हैं!
सत्य या असत्य!!!-
ऐसा जिंदगी जिओ की......
🔸 खत्म हो जाये अंहकार,
जग जाये आंतरिक शक्ति!
ऐसा जिंदगी जिओ की...
🔸खत्म हो जाये ईष्या,
जग जाये आंतरिक शक्ति!
ऐसा जिंदगी जिओ की....
🔸खत्म हो जाये पैसा फिर भी
जग जाये आंतरिक शक्ति!
ऐसा जिंदगी जिओ की...
🔸ऐसा जिंदगी जिओ की...
खत्म हो जाये ख्वाहिश फिर भी
ऐसा जिंदगी जिओ की...
🔸खत्म हो जाये जीत फिर भी
जग जाये आंतरिक शक्ति!
ऐसा जिंदगी जिओ की....
🔸 खत्म हो जाये उम्मीद फिर भी
जग जाये आंतरिक शक्ति!
ऐसा जिंदगी जिओ की...
🔸खत्म हो जाये जीवन फिर भी
जीते रहे हम...,
जग जाये आंतरिक शक्ति
ऐसा जिंदगी जिओ की..
🔸खत्म हो जाये अहसास फिर भी
रह जाये सास,
जग जाये आंतरिक शक्ति
ऐसा जिंदगी जिओ!!!!
ऐसा जिंदगी जिओ!!!!!
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मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
एक शहर में हो या पूरे भारत में लगा है
शायद तुम्हारे लिए यह नया हो
मेने तो बरसों से लोकडाउन में ही जीवन जिया है
तुमने शायद इस सदी महसूस किया
मेरे लिए तो सदियों से तुमने इसे संस्कारों का नाम दिया है-
संस्कार विश्व में मानव सभ्यता का परिचायक है।
पर संस्कार के विलुप्त होते देख संक्रमण हावी हो गया।।-
यदि किसी बच्चे को उपहार ना दिया जाये तो वो कुछ क्षण के लिए रोता है
और अगर संस्कार ना दिया जाये तो जीवन भर रोता है-
ज़रा सा दुपट्टा सरकने पर अपनी आंखे झुका लेते हैं..
कुछ लड़के बिन कहे अपने संस्कार दिखा देते हैं..!-
बूरे तो हम भी बन सकते हैं
पर क्या करें संसकारों ने रोक रखा है ।-
एक बार भिखारी ने
अपने अंतरात्मा से पूछा
हमें शान्ति क्यों नहीं मिलती
अंतरात्मा ने कहा...
तू सबके आगे सिर्फ हाथ फैला
सबसे मिलने की उम्मीद मत रख
सबसे उम्मीद रखना भी दुख का कारण है
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