आपही बताइए क्या चाहेगी एक लड़की
उसे इज्जत मिले , प्यार मिले, सम्मान मिले, उसे तकलीफ़ न मिले,उसके चरित्र पे बिना कोई कारण अंगुली न उठे, उसके आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचे, उसकी बातों को समझा जाए,ये नहीं कि एक बात को लेकर बहुत दिनों तक उसे अकेला छोड़ दिया जाए और वो तड़पती रहे प्यार पाने के लिए , अगर वादा किया जाए तो निभाया जाए, अगर हद से ज्यादा विश्वास करती है तो उसे तोडा न जाए, वो प्यार से बात करें तो उससे भी प्यार से बात किया जाए, अगर वो तकलीफ़ में हो तो उसके साथ हर एक कदम चला जाए ना कि अकेला छोड़कर चले जाएं, अगर उसकी गलती हो तो बताया जाए ना कि बेवजह उसपे गुस्सा किया जाए या नाराज रहा जाएं , एक सच्ची लड़की अगर सच्चे दिल से प्यार करती है तो उसके दिल को दुखाया न जाए , वो अगर प्यार देती है तो उसे भी प्यार दिया जाए दर्द नहीं,उसकी भावनाओं को आहत न किया जाए उसके दिल में जो प्यार जगाएं है उसकी रक्षा किया जाए न कि छोड़ दिया जाए,
उसपर विश्वास है तो बेवजह उसपे शक न किया जाए, एक प्रेमिका भला क्या चाहेगी अपने प्रेमी से
उसे भी मान सम्मान मिले और उसकी इज्जत किया जाए ना कि एक छोटी सी बात को लेकर हर बार बएज्जत किया जाए ,उसकी मजाक और उसकी
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