मुझे पता है मेरी कड़वी बातें तुम्हें खो देंगी, मगर क्या करें झुठ बोलना हमारी आदत नहीं! ये प्यार का नशा तो हम भी कर सकते हैं -2 मगर क्या करें नशा करना हमारा शौक नहीं!!
खूब पढ़ने का शौक़ पाली हुई लड़की को पढ़ाया नहीं गया और ब्याह दी गई किसी गंवार के घर ... आज भी उसके अंदर लालच है। किसी के पैसो का नहीं ना ही सुन्दर कपड़ों का ना ही किसी आलीशान महल का.... ..... केवल लालच है तो पढ़ने का... आज भी ललचाई निगाहों से देखती है किताबों को... बसतों को... स्कूल जाते बच्चों को... किसी पढ़ते को.... स्कूल को.... कागज़ कलम को....
तुम शौक की बात करते हो Yrr... हम तो बचपन में भी खुद की Manufactuterd Pursh ले के चलते थे वो भी कागज की... साथ में कुड़कुडे में निकलने वाले 2000 & 5000 के Notes जो तब लॉन्च भी नहीं हुए थे... ❤😊😂😍❤