आजकल हमें हर रोज एक नया इश्क़ हो जाता है
तेरे जाने के बाद ये इश्क़ हमें मजाक सा लगता है
-
न जाने क्यूं वो मुझे इतना तड़पाती है
वो कहती है अब भुल जाओ सब कुछ,
हमें रोज़ एक बार फिर से उनसे मुहब्बत हो जाती है-
बस यादों में है जुबान पर नहीं
चेहरे पर ये मुस्कान
बस दिखाने भर को है दिल में कोई अरमान नहीं
हो तो गया है एक ख्वाब का नुक़सान
अंजाम जो भी हो इस दिल को अब कोई एतराज़ नहीं-
तेरे बाद अब मुझे कोई ख्वाहिश नहीं होती
दिल को गुलाम करदे जो,
आंखों से अब वो साजिश नहीं होती-
तेरी चाहत अब जरूरी है मुझे
तुम बिन जीना या मर जाना मेरे लिए बात एक ही है-
न जाने क्या सोचता रहता है
बस चुपचाप सा रहता है,
न मुझसे कुछ भी कहता है-
देखीं है खुदगर्जी हमने हद से बढ़कर
होता नहीं कोई रिश्ता यहां मतलब से बढ़कर-
नहीं देता इजाजत दिल, किसी ओर ख्यालों को
इस दिल को बस अब तेरी ही चाहत करनी है
-
जानते है बेबसी सब, फरियाद सुनने को कोई नहीं होता
समझकर फक्त एक जिम्मेदारी,
आज इसको तो कल उसको सोप देते हैं
-