QUOTES ON #शिक्षकदिवस

#शिक्षकदिवस quotes

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5 SEP 2020 AT 10:09

गीली मिट्टी सा था मैं
सवार के इंसान बनाया है आपने
इस भीड़ वाली दुनिया में
सही राह पे चलना सिखाया है आपने
त्याग निष्ठा संस्कार अनुशासन की क्या ऐहमियत है जिंदगी में
ये मुझको आज समझ आया
जिंदगी को सही माईने में
जीना सिखाया है आपने....

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5 SEP 2020 AT 13:26

फख्र है,अपने व्यवसाय पर✍🏼,
जो इतना कुछ सिखाता है।।
खुश है,आज इसे पाकर हम,
जो, हमारा भी एक दिन आता हैं।।
💐Happy teacher's day 💐
By:Aastha shukla91🖋️

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💐💐शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं💐💐







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5 SEP 2020 AT 19:49

, वर्षों प्रतिदिन तराशा है
शिक्षकों पे गर्व है सबको, पूरे देश को आशा है

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5 SEP 2020 AT 11:10

बनाया आपने हमको
एक खुशबूदार पौधा

सभी शिक्षकों को
कोटि कोटि प्रणाम🙏

शिक्षक दिवस की
हार्दिक शुभकामनाएं....💐💐

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24 JUL 2021 AT 17:58

मैं शिष्य आपका गुरुवर,
मुझको गुर सिखला दो...!
मैं बालक हूं आपका,
मुझको सही राह बतला दो...!!
जिस पर चल मैं जीवन में,
आगे बढ़ सकूं...!
पाकर आपका आशीष,
कुछ इतिहास गढ़ सकूं...!!
अक्षरों का ज्ञान कराकर,
पूरा पाठ पढ़ाया है...!
छोटे-छोटे इम्तिहान लेकर,
मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है...!!
मात-पिता के बाद गुरु तुम,
भगवान का रूप कहलाते हैं...!
गुरु तेरे चरणों में हम शत-शत शीश नवाते हैं...!!

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5 SEP 2022 AT 13:35

पहचान बन जाता है,
शिक्षक की शिक्षा से हैवान भी इंसान बन जाता है।

विद्यार्थी के जीवन को साकार बनाता है,
आचार्य अपने हुनर से शिष्य को आकार में लाता है।

गुरु पांच तत्वों को एक बनाते हैं,
गुरु दिशा दिखाकर शागिर्द की नैया को पार लगाते हैं।

सही-गलत, सच-झूठ में अंतर समझाते हैं,
अपनी गुरुविद्यय व मंत्र से औरों के जीवन को सरल बनाते हैं।

अक्षर-अक्षर सिखा कर हमें काबिल बनाते है।
खुद जलकर हमारे भविष्य को उज्जवल कर जाते है।

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5 SEP 2020 AT 14:06

मैं इतनी अव्वल नहीं जो गुरु के बारे में कुछ कह सकूं
बस इतना है
ज्ञान बिना जीवन अधूरा है
और गुरु बिन ज्ञान अधूरा है
जीवन की कठिन राहों में
मैं आपका आशीर्वाद चाहूंगी
जो राह आपने मुझे दिखलाई
वो मैं औरों को दिखलाऊंगी...

सभी गुरुजनों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!!!🙏🙏🙏

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5 SEP 2020 AT 18:25

मिले जो शब्द तो लिख दूँ
हृदय की भावना गहरी,
गुरु महिमा त्रिलोकी है
कलम उठते ही बस ठहरी।

महापुरुषों ने जिनको ही
यहाँ गोविंद बताया है,
पुराणों ने भी उनका ही
सदा गुणगान गाया है।

बनाया आपने हमको
युगों से खोज थी जारी,
कहाँ सामर्थ्य कर्मों का
गुरु प्रारब्ध पर भारी।

उठाकर धूल के कण से
सितारों का सृजन करते,
चरणवंदन करूँ उनका
प्रभु 'गुरु ' रूप हैं धरते।

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