किन शब्दो में महिमा गाऊं, कैसे करू गुणगान
किताबों का ही नहीं, आपने दिया मुझे सारे जगत का ज्ञान
धन्य समझु जो आरूणी बन, आ सकूं आपके काम
मैं तो थी गीली मिट्टी, मूर्त रूप देने वाले हे गुरूवर आपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
# megha✍-
जब हम आधे अधूरे ज्ञान से ही
खुद के कदम को आगे बड़ा लेते हैं
सही मायने में ज्ञान तब सार्थक होता हैं
जब हम उसे अपनी वास्तविक जिंदगी में अमल करे
और शिक्षा की गुणवत्ता को आत्मिक रूप से समझे-
बहादुरी इस बात में नहीं होती कि आप कितना सीख सकते हैं बल्कि इस बात से होनी चाहिए कि आप कितना सिखा सकते हैं।
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गुरुओं को समर्पित
गुरु बिना ज्ञान कहाँ मिलता है,
गुरु बिना समाज मे पहचान कहाँ मिलता है,
करे देश का नाम और हो देश का सर हमेशा गर्व से ऊँचा,
इसीलिए अपने हित के बारे में ना सोचते हुए भी गुरु हमे देते है अच्छी शिक्षा ।।
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प्रथम सोपान जीवन का
रोपित करते माता पिता
और अंकुरित हो जाता
संस्कारों का बीज
बाल्यकाल में......
आगे राह दिखाने को
थाम लेते गुरु हाथ हमारा
ज्ञान पिपासा करते शांत
अथाह ज्ञान के सागर है वो......
सघन तिमिर में करते
प्रज्ज्वलित ज्ञान प्रकाश
बनकर सूर्य करते रौशन
हरपल जीवन के गलियारे.......
शिक्षक प्रथम पूज्य हैं
जो रचते जीवन हमारा
संगतराश हमारे हैं वो
गढ़ देते चरित्र हमारा.....
पाकर उनसे शिक्षा हम
आलोकित करते अपना पथ्य
हर कठिन राहों में हम
ढूंढ लेते हैं सुगम पथ......
शत शत नमन गुरु आपको
शत शत नमन गुरु चरणों में...!!
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शब्दों के लेखन के प्रयास से ही
आखिर हम ऊपर उठ पाते हैं
और इससे बेहतर कुछ सीख पाते हैं
"विशेष धन्यवाद" Yq की पाठशाला
का जिसमें हर एक शख्स से कुछ न
कुछ नया सीखने को मिलता..-
गुरु चरण रज पाइके बढ़ो तिहारो मान..
गुरु कृपा से हो जाए पर पीड़ा का भान..-
प्रणाम!!! उन समस्त द्रोणाचार्यो को...
जिनके कारण आज अर्जुन बन कर
ज़िंदगी की महाभारत से लड़ पा रहे हैं!!!
🙏-
कुछ बातों का मतलब है और कुछ मतलब की बातें,
जब से फर्क समझ आया जिंदगी आसान हो गई....-