यह जो कहानी है
वो हमारी है
❤❤
चलो माना
वो आज भी अधूरी है,
हमारे दरमियाँ कुछ दूरी है,
पर भूल जाऊ तुझे क्या यह जरूरी है??
माना कहानी हमारी थोड़ी फ़िल्मी है
जो असलियत में ना मिले यहाँ वो बेफिक्री है ,
पर भूल जाऊ तुझे क्या यह जरूरी है??
माना हमारी आशिक़ी थोड़ी नवाबी है,
यहाँ जज्बातों की गैरकानूनी तस्करी नहीं बल्कि
खूबसूरत वादो की तैनाती है,
पर भूल जाऊ तुझे क्या यह जरूरी है??
माना तू प्यार कि एक थपकी है
जो आँखों में ना बसे
तू वो खूबसूरत प्यार की झपकी है,
पर भूल जाऊ तुझे क्या यह
कहना सच में जरूरी है??
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