Suman Bhagat   (Subhash Suman)
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Joined 11 August 2018


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Joined 11 August 2018
27 MAY 2024 AT 14:18

मैं याद रखना चाहता हूं, वो नाम
रहे जो यात्रा में साथ, हर घड़ी मेरी
महसूस करता रहता हूं, अक्सर साथ तेरे
है नज़र न आती, कोई आस - पास मेरे
आंगन मेरी, खुशबू से तेरी भरती जा रही
अजब, इक रौशनी बख्शी, तेरी मोहब्बत ने
बीतता हर पल संग तेरे, महफिल से कम नहीं
मैं याद रखना चाहता हूं, वो नाम
रहे जो यात्रा में साथ, हर घड़ी मेरी

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29 NOV 2023 AT 19:20

Love isn't something you find
Love is something that finds you
💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞

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7 NOV 2023 AT 16:29

आज फिर हसकर, उन्हें रुला दिया
अब ना करूंगा परेशान उन्हें, सोचा था
हस हस के उन्हें, फिर से रुला दिया
माफ़ी मांगू तो किस मूंह से, अपनी
मुस्कान, जो उनकी फिर से छीन लिया
गलती हो गई मुझसे, हमनें मान लिया
गलत हम थे, हमनें ये जान लिया
अब ना करेंगे, फिर से ऐसा कुछ
दिल ही दिल में ये ठान लिया अब
हो अगर कर सको तुम, मेरी खता माफ़
लोटा सको, तो लोटा दो मेरी परछाई आप

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2 NOV 2023 AT 7:43

प्री - प्रियजन्नों की डोर, यूँ ही जुड़े रहे तुम से
उज्जवल हो जीवन, मिले आशीष प्रियजन्नों से
ती - तिलक बन के, भाल पर चमको तुम सदा
देव गुरु का रहे आशीष बना, तुम पर सदा

प्रीतम, जन्म दिन की ढेरों शुभकामनाएं

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29 OCT 2023 AT 18:02

# आशा - ख्वाहिशों भरी

चुन रहा हूँ मैं, ख्वाहिशें
बिखरे हर पत्तों की तरह
पेड़ से जो टूट के है, गिरी

प्रचंड तुफां आया था कोई
झकझोर कर ह्रदय-ए-तार
तोड़ता मरोड़ता चलता गया

रह-रह कर, मैं बटोरता रहा
बिखरे हौसलें-ए-सपनों को
जो है टँगी मन-ए-दरख़्त पे

सपनों को जोड़ बढ़ता गया
होगी पूरी ख़्वाहिशें, मेरी भी
हौसलों की हर इक उड़ान पर

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17 JUL 2023 AT 11:01

मेरी सुबह की पहली किरण
रात का आखरी ख्वाब हो तुम
मेरी हर खुशी की वजह
लबो की मुस्कान हो तुम
ख्वाबो को मुक्कमल कर गई
वो मुलाकात हो तुम.....

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17 JUL 2023 AT 10:49

मोहब्बत की दरिया में डूबी इन आँखों का अजीब सा शौक़ है
देखना है एक तुझे देखना है और बस तुझे ही देखना है

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5 OCT 2020 AT 7:11

चाहूं तो लड़कियों की लाइन लगा दूं
लेकिन
घर वाले कहते हैं कि गोलगप्पे का बिजनेस ठीक नहीं है

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16 JUL 2019 AT 10:02

नी - नीर के जैसे पावन-पवित्र है आदर्श व्यकितत्व आपका
सुरभित भी उपवन हो जाते, इक स्पर्श मात्र से आपका
लू - लुभावनी सभी को लगती, ज्ञानसंग्रह की आपकी शाला
निकल कीर्ति मध्यप्रदेश से आपकी, सम्पूर्ण देश में फैला






जी - जीवन को उज्ज्वल बनाने का है आपने मार्ग सुलझाया
भटके हुए को आपने सदा ही सही मार्ग दिखलाया

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7 JUN 2021 AT 11:38

हया थी, उनकी आँखों में

वरना महबूब सामने हो, तो कौन नहीं देखता


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