Anuup Kamal Agrawal 28 JUN 2018 AT 11:39 अब नहीं रेंगती चीटियाँ मुझपरचली गयी है मिठास शायद जिंदगी से - Anuup Kamal Agrawal 23 JAN 2019 AT 7:19 तेरे तन के तारों पररेंगती मन की उंगलियाँतेरी सिसकियों की सरगमकरती हमारी चुगलियाँ - Minakshi 26 JUN 2017 AT 23:53 वो दर्द की रात बड़ी भारी थीखाली था पेट और सर पर बारिश दोधारी थीकहाँ जाता वो बचपन रेंग कर , उम्र से बड़ी उसकी जिम्मेदारी थी - Anuup Kamal Agrawal 10 FEB 2021 AT 7:59 इन उंगलियों को बस कलम ही भाती है।रेंगती जब कागज़ पर, सरगम निकल आती है। - Anuup Kamal Agrawal 19 SEP 2020 AT 2:25 रेंगने लगती हैं देह परकाली चींटियाँजब भी करता हूँतुम्हारे ख़यालों का आलिंगन। - Anuup Kamal Agrawal 17 DEC 2020 AT 7:46 रेंगते हुए ख़यालचले जाते हैं कोकून मेंऔर करते हैं इंतज़ारपंखों के निकलने का। - S Writes 24 MAR 2019 AT 17:35 Ho jaye gar ishq mukammal to sambhal jate hain Jo na ho paye agar to achche achchon ke dam nikal jate hain - Harsh Gupta 27 JUN 2019 AT 9:04 मेरे हमसफर को हमबिस्तर होने की जरूरत नही , मैंने तुझसे फ़लख तक चलने के लिए इश्क़ किया , बिस्तर पर रेंगने के लिए नही , - 🌟मृत्युंजयिका 19 SEP 2020 AT 2:29 मचलने लगती हैं पेटमें तितलियाँयूँ बहका देते हैंतुम्हारी यादों के सुमन। - Mithilesh Kumar Arya 18 FEB 2019 AT 10:20 लाख पर्दों में छुपा ले रूप अपना बेअदबवक़्त जाता है तो सबका नूर जाता हैपर लगा दो झूठ के पर याद रक्खो,रेंग कर भी सच बहौत दूर जाता है। -