QUOTES ON #रूपम_बाजपेयी_रूप

#रूपम_बाजपेयी_रूप quotes

Trending | Latest

मैं नासमझ तो आज भी हूं
जो तेरी बेरुखि को नज़रअंदाज़ करता हूं
दिल से मजबूर हूं
इसलिए सिर्फ़ तुझसे ही प्यार करता हूं

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27 JAN 2020 AT 21:36

बिखर कर टूट ही जाते हम तो
उस लम्हा जब तुम गए छोड़ हमें
पर पलट कर अपनी एक मुस्कान से
बचा लिया तुमने आखिर हमें

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14 OCT 2017 AT 20:11

बहुत ही बेशर्म है ये दुनिया!
आप इस दुनिया के नहीं लगते...

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24 MAY 2017 AT 16:18

जिस तरह किसी की एक दुआ जीवन संवार सकती हैं उसी तरह किसी की एक आह जीवन बिगाड़ भी सकती हैं..किसी का भला ना कर सको तो किसी का बुरा कर उसकी आह भी ना लो...✍

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6 JUL 2017 AT 14:40

कुछ गलतियों की माफ़ी नही होती ✍

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29 MAY 2018 AT 14:44

दुनिया बदल गई है
कहते है ये हम सभी
खुद के गिरेबाँ में
तो झांकते ही नही

तेवर बदल गए है
रिश्ते बदल गए है
आंखों में जो थे पलते
वो सपने बदल गए है

उम्र भी तो वो नही है
वो भी बदल गई है
होंठो पर हंसी भी
बदली बदली सजी है

रहना बदल गया है
खाना बदल गया है
मिलते जहां दोस्त अक्सर
वो ठिकाना बदल गया है

शौक़ भी तो है बदला
खुन भी है रंग बदला
कल जैसे हंस के थे मिलते
वो ढंग भी तो है बदला

हां सच है कि ये
दुनिया बदल गई है
उससे बड़ा सच है कि
संग अपने मुझे भी बदल गई है

रुपम बाजपेयी "रूप" ✍

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29 MAY 2018 AT 14:15

अदा
★★★★

कोई गिर नही रहा तो हाथ
लगा कर गिराने की अदा
ज़माने रास नही आती मुझे
ये तेरी सताने की अदा ।।

किस तरह कोई यहाँ
अपने ज़ख्मो को भर ले
जब तक तू नही भूलता
ख़ंजर चुभोने की अदा ।।

बारिश की बूंद है या है
वो आँखों का पानी
कैसे समझेगा फर्क जो ना
आई दिल लगाने की अदा ।।

कौंन साथ होगा बुरे वक्त
में जो ये जानना चाहे
सख्त ज़रुरत है तेरी कह
सीख आजमाने की अदा ।।

प्यार करना और बीच राह
में छोड़ कर जाना
बेवफ़ा भारी पड़ेगी तुझे
बदल जाने की अदा ।।

उससे पूछो बुरे वक्त से
निकल के निखरते है कैसे
वो गुलाब जो कांटो में
जानता है मुस्काने की अदा।।

ग़ज़ल जब भी लिखी "रूप"
ने तेरे ज़िक्र बिन पूरी ना हुई
मेरे महबूब से पूछे कोई
मोहोब्बत निभाने की अदा ।।

रूपम बाजपेयी "रूप"

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14 OCT 2017 AT 20:21

दोगली हैं ये दुनिया, पर
तुम इस दुनिया के नहीं लगते...

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8 OCT 2017 AT 0:05

मोहोब्बत संग इज़्ज़त
भी देता है जो मुझको 💕💕

आप जैसा बेहतरीन हमसफ़र
रब देता है कहाँ सबको 💕💕

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26 JUN 2017 AT 18:21

वक़्त की फितरत है आदमी जैसी बदलता रहता है
आज तुम्हारे साथ है कल के दिन मेरे साथ होगा ✍

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