यूँ सांझा कर लूं ज़िन्दगी को,
के तुम यूँ बस जाओ, लब्जों में,
मैं मात्रा कोई आधी सी, पंक्ति में,
तुम खुद को, पूरा पाओ, शब्दों में..!-
इश्क़ वो छावनी हैं जो एक बार टूट गयी जो दुबारा
।।जुड़ नहीं सकती हैं ।।
💔💔
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यूं जो तुम हमसे कतरा कतरा करके खफा हो रहे हो !!!
सच बताना किस गुनाह की सजा दे रहे हो !!-
यूँ तो आइना है घर पर........
लेकिन तेरी आँखों में देख कर सवरना अच्छा लगता है...........-
एक ग़ुज़ारिश की मैंने दिल से आज,
कि चल अब उन्हें तू भूल जा यार,
पलट कर दिल ने यही कहा मुझसे,
तुम दिल से तो कहो एक बार!!-
क़िस्से से लेकर कहानी तक मेरी वो शख्स आया,
वो मेरा हिस्सा होकर भी मेरे हिस्से ना आया।।-
मेरे ना हों सकें तो कोई बात नही,
पर अब कुछ ऐसा कर दो,
मैं जैसा था पहले,
मुझे फ़िर वैसा कर दो।।-
जो छुपा कर रखा हैं अपने दिल में,
उसे यूँ ही दिखलाओ ना,
यूँ जरा अपना आँचल फिसलावो ना,
कहि देख ना ले दुनियां वाले,
इस दिल में मोहब्बत को,
तुम यूँ ही सबकों अपना हाल बताओ ना।।-
यूँ पलट के न देखा कर आगे निकल जाने के बाद...
के सांसे रुक सी जाती है.................-