अगर पूरी ना हो मन्नत तो लोग भगवान बदल दिए
उसने मेरा हाथ छोड़ के
किसी और का हाथ थामा तो ताज्जूब कैसा-
8 OCT 2020 AT 20:37
27 MAY 2021 AT 15:10
बावरा मन था...
उड़ चला तेरी ओर था...
उसे क्या पता था...
तेरा ठिकाना कही और था...।-
13 DEC 2018 AT 19:22
अपना तन भी अपने माँ-बाप का हमसाया है
अपने पास जो भी है सबकुछ पराया है ।।-
27 DEC 2020 AT 5:54
कितना ही दूर क्यूं न चले जाना
तुझ ही पर शुरू और खत्म है मेरी दुनियां
इसलिए मांगी हैं हर मन्नतों धागों में
तेरी ही खुशियां-
10 JAN 2019 AT 13:04
जैसे भागते थे बचपन में
दरवाजे की घण्टियाँ बजाकर,
खुशियाँ भी भाग जाती है
दिल में दस्तक देकर-
14 DEC 2018 AT 9:36
ख्वाबों की नींद बहुत गहरी होती है मगर,
हकीकत की एक पुकार जगाने को काफी है।
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2 JUL 2018 AT 10:40
"कुछ ख्वाब देखे थे मेरी भी आंखों ने
हकीकत से उनका सामना कभी हुआ नही"-