कुछ नहीं चाहते हुए भी चाहा है
जिंदगी ने अब हमको समझाया है
कोई ख्वाहिश न हो अब बस यही खुद से वादा है
राहों में चलना और गिरकर संभलना है
इस दिल को संभाल कर दूसरों को खुश करना है ♥️-
7 JAN 2020 AT 16:12
30 MAR 2018 AT 18:22
हां थोड़ा कम हूँ दिमाग का ये जान ले,
पर जितना हैं शातिर चलता हैं....!-
23 SEP 2021 AT 23:23
जीतने की आदत थी हमे,
हां, आदत थी
क्योंकि अब तो
तुमसे हारने की आदत लग गई है।
अकेले रहने की चाहत रहती थी मुझे,
हां, रहती थी
पर अब तो
बस हम तुम्हे चाहते है।-
23 JUN 2020 AT 17:22
वक्त का अहसास हमें न रहा
वरना कब का तुम्हारी यादें
भूला चुके होते!-
9 JUN 2020 AT 23:29
जाने से उसके जाए बहार
आने से उसने आये अंदर
बड़ी पागल सी हैं
उसकी मेहबूबा....-
17 FEB 2019 AT 5:53
कहना अपने भाई से ज़रा कम नज़र रखे मुझपर,
क्योंकि हम वो है जो,
मिर्च का सुरमा बनकर तुम्हारे भाई की आँखों मे लग जाएंगे!!!-
22 AUG 2020 AT 14:22
कब तक खामोशी थाम बैठे रहोगे "तपस्वी "
तुम नहीं भी बोलोगे जमाना बोलता रहेगा..!!-
9 JUN 2020 AT 23:30
जाने से उसके जाए बहार
आने से उसने आये अंदर
बड़ी पागल सी हैं
उसकी मेहबूबा....-
30 MAR 2018 AT 18:56
तेरे शातिर दिमाग़ की बाती बना देंगे
तुझें हम एक पल में माटी बना देंगे-