ये तो बस कहने की बात है की उन्हें भगवान् का बुलावा आता है बुलावा कोई आता नहीं अरे तुम उनका नाम लेकर कर तो देखो सुना है वो भक्तों से मिलने बाहर भी आते है
जगत के नाथ, पुरी के जगन्नाथ हैं वो, बलराम और सुभद्रा संग जहां विराजे हैं वो। अदभुत हैं रथयात्रा जगन्नाथपूरी जी की, जो ऐसी जगत में ना देखी होगी कहीं भी।