ना जाने कैसे टूटे दिल से शायरी करते हैं लोग ,
हमसे तो सुकूं से जिया भी नहीं जाता !!
❤ ❤ 💔 ❤ ❤-
तेरी इबादत में मेरे ये मासूम अल्फाज़ है
बेज़ुबान हुँ मैं और मुझमें तेरी आवाज है-
पहले मैं छोटी छोटी बातों से भी बहुत परेशान हो जाता था।
फिर हालात ने मुझे "ना" कहना सीखा दिया।
"यक़ीन मानिए"!
अब मैं बहुत ख़ुश रहता हूं।✍️✍️✍️-
कमाल है ना.....
आंख तालाब नहीं, फिर भी भर आती हैं..!
दिल कांच नहीं, फिर भी, टूट जाता हैं..!
और इंसान मौसम नहीं, फिर भी, बदल जाता हैं..!!
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जितना भी चाहू तुझे ,,क्यों रह जाती है कोई न कोई कमी।।।।।
मैं कुछ कहूँ न कहूँ ,,बयाँ कर ही देती है मेरी आँखों की नमी।।।।💖-
कह तो, ना-ख़ुदा बन जाए, हम तेरे, सफी़ना के....,
रोज़ इस बहाने, मुलाकात हो जाएगी, तेरे शहर के, किनारे में....।।-
Writer mr vivek Kumar Pandey
"ना खान ना पान,
बस मां का वरदान ,
चलता रहे प्यारा हिंदुस्तान."।-
ना तुम कुछ कहो ना हम कुछ कहें
खामोश रहे हम दोनों बस खामोशी से बातें करें
हर अदा है कातिल हो क्यों ना कोई गाफिल
अनकही सी बातें तुम्हारी हर जिक्र में मेरे शामिल
आँखें हैं तुम्हारी गहरी समंदर में जैसे कोई मोती
डुबो दूँ खुदको उनमें बसआँखों आँखों सेबातेंकरें
खामोश रहे हम दोनों बस खामोशी से बातें करें
खाली - खाली यादों से अब जी बहलता नहीं
नाजुक सा दिल है जी हमारा संभलता ही नहीं
ख्वाबों में आकर अब हमें यू ना तड़पाया करें
महके प्यार की खुशबू से सांसे सांसो से बातें करे
ना तुम कुछ कहो ना हम कुछ कहें
खामोश रहे हम दोनों बस खामोशी से बातें करें-
जो कली एक बार टूट जाए
वो दोबारा नहीं खिलती
मांगने से मोहब्बत नहीं मिलती
वक़्त बदलने के लिए
दोबारा जिंदगी नहीं मिलती
एक बार मिली है,
उसे खुल के जियो यारो
क्योंकि ये जिंदगी दोबारा नहीं मिलती-