मंदिर में दाना चुगकर चिड़ियां,
मस्जिद में पानी पीती है।
मैंने सुना है राधा की चुनरी
कोई सलमा बेगम सिती है।
एक रफ़ी था महफ़िल में,
रघुपति राघव गाता था
एक प्रेमचंद जो
बच्चों को ईदगाह सुनाता था।-
धर्मनिरपेक्ष भारत है,
तो हिन्दू, मुस्लिम के गीत क्यों गाते हो।
अरे जाती,धर्म के नाम पे दंगे करने वालो,
क्या तुम भारतीय कहलाते हो।
आम जनता को सही राह नहीं तुम दिखाते,
अरे धर्म के नाम पे लड़वाने वालों,
क्या तुम भारतीय कहलाते हो।
धर्मनिरपेक्ष भारत है,
तो मंदिर, मस्जिद में अंतर क्यों करवाते हो,
अरे जाती,धर्म के नाम पे राजनीति करने वालों,
क्या तुम खुदको भारतीय कह पाते हो।
भूखी निरक्षर जनता के लिए तो बस दो चार शब्द ही कह पाते हो,
साले सुआरों जाती, धर्म के नाम पे इतने शब्द कहां से लाते हो।
धर्मनिरपेक्ष भारत है,
तो जाती, धर्म के गीत क्यों गाते हो,
बेबस, लाचार जनता को लालच देकर,
हिन्दू, मुस्लिम कह कर यूहीं बे - वजह लड़वाते हो।
कमीनो सोच के देखो क्या तुम खुद को भारतीय कह पाते हो।
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ऊपर आसमान में, .. 🙏 ..
तैनात रहते हम..... जवानों
देश की सुरक्षा में, को
दिन-रात रहते हम... सादर नमन....
हम हैं भारत की "वायु सेना.."
दुश्मनो से लड़ते हैं "तान के सीना.."
.. 🙏🙏🙏..
जय सत्य - जय भारत !-
भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है
दंगा जिसका दुष्प्रभाव है
✍️ जगतरञ्जन झा
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वोटों की चोटों
पर देश बंट गया
हर साक्ष्य फाइलों
में बंद हो गया
परिंदा भी पर नहीं
मारता अब तो
कैद उसको इंसानों
ने कर लिया
बेगाने हो कर
अपने ही देश में
देश हिन्दू मुस्लिम
में बंट गया.-