#तुम्हारे_आने_से
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तुम्हारे न रहने से
बदलता नहीं कुछ भी
सब वैसे का वैसा रह जाता है
जैसे बिना हिले डुले खड़े रह जाते हों
कोई खंडहर
सूखे पेड़ पर पतझड़!
तुम्हारे आने से लौट आता है सब
वहीं बसंत
वहीं पुराने मंजर!
#मौसमी_चंद्रा-
तुम्हारी तलाश में निकला है ये दिल
तुम्हारे आंसुओ से पिघल गया ये दिल
वैसे तो एक अरसे से बेज़ान था ये दिल
पर तुम्हारे आने से जी उठा है ये दिल-
एक अरसा लगा ये बात समझ आने में।
आँख कितनी मजबूर हैं झूठा ख़्वाब सजाने में।
गलतफहमियों का मैं अकेला ज़मींदार हूँ...
या कोई और भी हिस्सेदार है मेरे इस खजाने में।
यूँ तो बहुत आए मेरे शहर में हँसने हँसाने वाले...
फिर खास क्या है तुम्हारे इस तरह मुस्कुराने में..!!-
सन्नाटे में है सारा जमाना
सन्नाटे में है सारा जमाना
मेरी जिंदगी में तुम्हारे आने से
जो उजाला हुआ है
उसी उजाले को देखकर सारा
जमाना ही तुमसे बात करने
पर उतारू हुआ पड़ा है।-
तुम्हारे आने से...
इन हवाओं में खुशबु सी आ गयी हैं...
ठहरी हुई सी जिंदगी...
फिर से चलने सी लगी हैं...
तुम्हारी मुस्कुराहट के साथ...
दिन खिलखिलाने सा लगा हैं...
तुम्हारे साथ होने से ही...
जिंदगी महकने सी लगी...
तुम्हारे साथ ही...
हज़ारों सपने सजाने सी लगी हूँ...
तुम्हारे होने से..
अपना वजूद दिखने लगा हैं..
तुम्हारे आने से ...
फिर से जिंदगी जीने सी लगी हूँ...
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जब से तू मिला है, दिल में ख़्वाहिशों का सिलसिला सा है,
मुक़म्मल हुवा हूँ, इस अधूरे ज़हां में मुसल्सल
तेरी वफ़ाओं पर ऐतबार कुछ इस तरह से है,
जैसे सांसो को धड़कन पर, खुसबू को चमन पर,
उम्मीदों की डाली पर कुछ तो नया खिला सा है।
जब से तू मिला है, दिल में ख़्वाहिशों का सिलसिला सा है।
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