तकनीक के खेल में तकदीर नहीं है
है चोरी-ठग्गी पर ज़ेल नहीं है
अंतरिक्ष का ध्यान हो चाहे
भू-गर्भ का ज्ञान
मृत शरीर को जिंदा करदे
ऐसा बना विज्ञान
किन्तु वृद्धाश्रम में दिखा
शिक्षा का कोहराम
यहाँ सभ्य है इंसान
मग़र संस्कार नहीं है
उँगली है पहचान जगत की
सब है एक समान
तू शिक्षक है या पाठक है
समझ सके तो जान
विस्तार यार न बुरा जगत में
बुरी मार महँगाई है
जीते जी जीवन जी लेना
ये आसान खेल नहीं है
तकनीक के खेल में तकदीर नहीं है
है चोरी-ठग्गी पर ज़ेल नहीं है।-
कहीं फायदे तकनीक से लाखों, तो कहीं अनगिनत नुकसान हुए
तकनीक के कारण ही आज मुश्किल से मुश्किल कार्य आसान हुए
कहीं घंटो के कार्य मिनटों में हो जाते,तो कही होती दुर्घटनाएँ बेशुमार
आयुष्य का हुआ ह्रास, जब व्यक्ति के सर चढ़ा आलस्य का खुमार
तकनीक के कारण ही आज चाँद पर सैर है संभव हो पायी
कोई ग्रह न रहा अछुता,रिश्तों में दूरी भी तकनीक के कारण आयी
टूट गये संयुक्त परिवार,जब शहरी आधुनिकीकरण जोर शोर से हुआ
नैतिक शिक्षा संस्कारों की धरोहर ना बची, डिजिटल जहाँ चहुँ ओर हुआ
हर रोग का निदान संभव हुआ चिकित्सा क्षेत्र में निरंतर विकास से
पर जहर घूल रहा निरन्तर हवाओं में, तोड़ रहे प्राणी नाता श्वास से
इस तरह तकनीक में कुछ अच्छाइयां और कुछ बुराइयाँ सुमार है
माना बुराई है इसमें पर यह तकनीक ही देश के विकास का आधार है-
घंटों के काम मिनटों मे कराए तकनीक
जिन तक पहुंचना है मुश्किल,पल भर मे उन तक अपनी खबर पहुचाए तकनीक
मनोरंजन भरपूर इसमें सब का दिल बहलाए तकनीक
जो है नहीं इंसान के बस में वह करके दिखलाए तकनीक
देखा जाए तो तकनीक के फायदे हजार हैं
मगर तबाह हुए कई तकनीक से संसार है
कहीं-कहीं पर दूर-दूर के दो लोगों को जोड़ा है तकनीक ने
कहीं-कहीं पर एक ही परिवार के कई रिश्तो को तोड़ा है तकनीक ने
बुरा असर यह हुआ है ,समझदार भी पागल बना है
जिसने भी तकनीक का हद से ज्यादा प्रयोग किया है
सबसे जुदा होकर वोह पागलखाने में रहा है
-
तकनीक ने किया है जहाँ हमें आज़ाद-ख़्याल,
तरबियत-व-तहज़ीब पे उठाए हैं लाखो सवाल,
ग़ैरों को बनाया एक तरफ जहाँ हमारा हमराज़,
वहीं अपनो को दूर कर मुहब्बतों किया बर्बाद..-
ज्ञान के साथ विज्ञान ने हमें ऊंचाइयों पर पहुंचाया है
तकनीकी ने हमें फायदा ही पहुंचाया है !
गूगल के द्वारा अब राहै आसान नज़र आती है
मुश्किल रास्तों से गुजर कर भी मंज़िल आसानी से मिल जाती है !
मोबाइल और लैपटॉप ने ऑनलाइन घर बैठे ही सारा काम कर दिया
शिक्षा का क्षेत्र हो या ऑफिस वर्क हो या दूर बैठा कोई हमारी राह देखता हों
उनसे दिल की बात कहना आसान कर दिया !
कुछ खामियां भी जरूर है , सब अपने में सिमट गए
फ़ैमिली की इंपॉर्टेंस भूल , फ़ेसबुक और व्हाट्सएप से चिपक गए !
कोरोना जैसी बीमारी इसी तकनीकी की देन है
तकनीकी को यदि ज्ञान और धर्म के साथ अपनाएं तो जीवन सरल बन जाता है वहींं इसका दुरुपयोग विनाश का कारण बन जाता है !-
दो महीनों का सफ़र अब हम दो घंटो में घूम कर आ जाते हैं,
दूषित हवा फेफड़े काले बाज की नज़र वाले अंधे कहलाते हैं।
सैकड़ों कोस दूर होते हुए भी पास हो ऐसा अहसास करते है,
न्यूक्लियर मिसाइल्स विनाश हैं पर हम इसे विकास कहते है।-
अनगिनत भौतिक संसाधनों से
सहूलियतें बढ़ी कमजोर हुआ इंसान।
अपनों से बढ़ गई दूरियाॅ॑
पास आ गया दुनिया जहान।
हर काम हुआ सरल हर स्तर पर
तकनीकी के फायदे बेशुमार।
मस्तिष्क बना गुलाम हर शख़्स
पर चढ़ा तकनीकी का खुमार।
तकनीकी के फायदे तो बहुत हैं, कुछ हैं नुकसान।
पर आधुनिक दौर में तकनीकी बनी है वरदान ।
-
हर प्रश्न आसां हो गया,ये तकनीक भी कमाल है,
पर आलसी सब हो गए ,काया हुई बेहाल है,
रात भर जागे हैं जैसे,उल्लुओं की फ़ौज हो,
दिन भर रहें अलसाये से ,अब ये तमाशा रोज़ हो,
हैं कारगर तकनीक ये ,जो करे इसका सदुपयोग,
दुरुपयोग इसका होगा गर,तो नित नए देगी ये रोग।।-
ही है
जो इंसान में कर निवास
उसकी उन्नति कराती,बनाती नई पहचान
दुनियाभर में बह रहा सम्वेदनाओं का समंदर
सृजन की शक्ति उत्तेजित करती इंसान का अंतर
जब सोच में उमड़ती है कोई नई प्रेरणा
सृजन की शक्ति बढ़ाती है,उसमें नई ज्वाला
इंसान की सृजन शक्ति से होती है
नई तकनीकियों का जन्म
विज्ञान की दुनिया को खोलती है
जिससे नई दुनिया का निर्माण करते हम
इंसान के मन में उभरती सृजन की लहर
करती है उसे बेहतर
ये सृजन की शक्ति ही है उन्नति का कारण
जिससे हम जीते हैं आज तक
और जीते रहेंगे हमेशा तक-