क्षत्रिय धर्म को भूल,राजपूत हम बन गये !
छोङे सारे क्षत्रिय सँस्कार, अँहकार मे तन
गये !
क्षत्रिय धर्म मे पले हुए हम शिर कटने पर भी
लङते थे !
दिख जाता अगर पापी ओर अन्याय कहिँ
शेरो कि भाँती टूट पङते थे !
शेरो सी शान,हिमालय सी ईज्जत,और
गौरवशाली इतिहास का
पूरखो ने हमे अभयदान दिया
ईतिहास का हमने अपमान किया
भूल गई क्या दूनिया सम्मान की खातिर लाखो
क्षत्राणियो ने अग्नी श्नान किया !!
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