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आज राजांमधला एक जरी
गुण आपण अंगीकृत केला
तर राजे मनापासून खूष
होतील आणि त्यांच्या
मावळ्यांकडून त्यांना हाच
खरा मानाचा मुजरा ठरेल.
🚩 जय शिवराय 🚩-
जयंती, बिरसा मुंडा
भगवान बिरसा मुंडा जी का
आदर्शपूर्ण जीवन संघर्ष, शौर्य
और पराक्रम का प्रतीक है
उन्होंने निस्वार्थ भाव से
आदिवासी समाज के
सशक्तिकरण के लिए काम
कर समाज को एक नई दिशा
दिखाई और अपने क्रांतिकारी
सोच से अंग्रेजों के विरुद्ध
मोर्चा भी संभाला ।।
ऐसे महान देशभक्त की जयंती
पर उन्हें शत शत नमन करता हूंँ।। 🙏🙏-
बड़ा भया तो क्या भया, जैसे पेड़ खजूर ।
पंथी को छाया नहीं फल लागे अति दूर ।
इस दोहे में कबीर दास जी कहते हैं कि खजूर का पेड़ भले ही बहुत बड़ा होता है लेकिन न तो वो किसी को छाया देता है और फल भी बहुत दूर ऊंचाई पर लगते हैं। जिस कारण वह राह चलते मनुष्य के लिए फल और छाया दोनों ही देने में असमर्थ होता है। कहने का तात्पर्य यह है कि जो किसी का भला नहीं कर सकता उसके बड़े होने का भी कोई फायदा नहीं होता है।
-कबीर दास-
आप केवल किनारे पर खड़े हो कर पानी को देखते हुए समुंदर पार नहीं कर सकते।
✍️ रवीन्द्रनाथ टैगोर
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