स्त्री की आत्मा और देह को एकसाथ स्पर्श करना मुश्किल है !!
🚩जय श्रीराम🚩
🚩 जय भवानी 🚩-
झुका नहीं जो कभी रण में ,
वह योद्धा वीर मेवाड़ी था ।
झुका दिया सर दुश्मनों का जिसने ,
वह प्रतापी क्षत्रिय महाराणा था ।-
माथे पर चन्दन,गले मे रूद्राक्ष और
आंखो मे अंगार चाहिए
मैं एक हिन्दू हूं..
मुझे हर हिन्दू मे ये सब श्रृंगार चाहिए..!!
-
इस पाखंडी दुनियां में
तुम भी बदल जाओगे
कहीं तुम ना बदले तो
शिवाजी महाराज कहलाओगे
जय भवानी⚔️
:- Dheeraj barnwal-
खुद का गढ़ बचाने वाले को महाराज कहते हैं .
जो अखंड भारत बचाए उसे शिवराज कहते हैं ।
जय भवानी
-
।।श्री हरि:।।
न मोक्षस्याकांक्षा भवविभव वांछापिचनमे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुनः।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडाणी रुद्राणी शिवशिव भवानीति जपतः।।
अर्थात् :- मुखमें चन्द्रमाकी शोभा धारण करनेवाली माँ! मुझे मोक्षकी इच्छा नहीं है, संसारके वैभवकी भी अभिलाषा नहीं है; न विज्ञानकी अपेक्षा है, न सुखकी आकांक्षा; अतः तुमसे मेरी यही याचना है कि मेरा जन्म मृडानी, रुद्राणी, शिव, शिव, भवानी – इन नामोंका जप करते हुए बीते ।-
‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै'
"ऊं कालरात्रि दैव्ये नम:"-
महादेव प्रिया महागौरी
अंजुरी जोड़ नमन हे भवानी!
दया-दृष्टि रखिए माता
मैं जड़-जीव बड़ी अज्ञानी!-