वो अंधियारि साँझ है, मैं हुँ गुलाबी धूप
प्रेम मिलन हों एक दिन, दोनों के प्रतिरूप-
21 OCT 2019 AT 10:39
21 OCT 2019 AT 9:31
सर्द हवाओं के बीच गुलाबी धूप खिल रही हो ऐसे,
उदासी की सुर्ख गालों पे हँसी खिल रही हो जैसे|-
22 OCT 2019 AT 0:37
छू लिया तुमने रुह को
बिन देखे रंग रुप,
प्यार तेरा शीतल मन्द बयार
कैसे लगे अब मोहे धूप।-
21 OCT 2019 AT 9:38
गुलाबी धूप को भी हमने आज ठंड़ में ठिठुरते हुए देखा है।
रोज सुबह छत पर अपने सूरज का इन्तजार करते देखा है।-
21 OCT 2019 AT 9:04
,गुलाबी बगिया,
और गुलाब सी तुम ने,हाय मेरे गाल भी
गुलाबी गुलाबी कर दिए।
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21 OCT 2019 AT 9:10
जो रोज का नज़ारा था, आज वही नज़ारा गुलाबी हो गया है,
ये देखो तुम्हारे प्यार के, जुनून का कैसा खुमार है
जो चमचमाती धूप को भी गुलाबी धूप जैसा कर गया है-
21 OCT 2019 AT 9:47
गुलाबी धूप सा हो Quotes मेरा
यह ख्वाब हमने पाला है
इंतजार करे वो,शख्स भी इनका
जिसने कल ही हमें निकाला है-