परेशां हो जिंदगी में रोज़ के इम्तेहानो से l
अब वो सालाना इम्तेहान याद आयेंगे ll
बना लिया था जिन्हें तुमने दुश्मन अपना l
वो प्यारे उस्ताद याद आयेंगे ll
अब वक़्त बर्बाद करने को भी वक़्त नहीं तुम्हारे पास l
बड़ी फुर्सत से BUNK किये वो CLASS याद आयेंगे ll-
गुरु बिना ज्ञान कहाँ उनके ज्ञान का
आदि न अंत यहाँ ,...
गुरु ने दी शिक्षा जहाँ उठी शिष्टाचार
की मूरत वहाँ...।🙏🏼🙏✍️-
जिदंगी अधूरी है।
क्योंकि जीने के लिए,
ज्ञान जरूरी है।
और वो ज्ञान गुरू ही,
प्रदान कर सकते हैं।
एक गुरू ही है जो,
किसी की जिंदगी को,
संवार सकते हैं।-
बातें तुम्हारी तकलीफ देती हैं,
बारिश के मौसम में तुम दिखते नहीं हो
पास मेरे एक पल भी टिकते ही नहीं हो!!
ख़्वाब सजाए आसमां भर बैठे हो,हसरतों की ऊँची दीवार बनाये बैठे हो..
जहमत मुट्टी भर भी उठाते नहीं हो,कई वादे,कई कसमें खायी तुमने,
कुछ मुझ से,कुछ खुद से पर निभाते नहीं हो!!
उलझनें सारी बेसबब सुलझा रहे हो,
सुलझे मुद्दों पर नजर लाते ही नहीं हो,गहरा लाख समन्दर बहता तो नहीं है,
ऊँचा लाख अम्बर संग रहता तो नहीं हैं!!
बातें तुम्हारी तकलीफ देती हैं,
निगाहें तुम्हारी बैचेन,न जाने किस तलाश में ,
बिखरे पड़े हैं बेशुमार खजाने,बन्द आंखों को ओंस की बूंदों और
चमकते मोतियों का फर्क दिखता ही नहीं है!!
बातें तुम्हारी तकलीफ देती हैं,
मंजूर नहीं जो मुझको उसकी जिद लिए बैठे हो,
जो पास है उसे न देखने की कसम खाये बैठे हो;
गलतफहमी तुम्हारी तुम ऐसे ह,पर तुम वैसे नही हो!!
बातें तुम्हारी तकलीफ देती है,
ये जो बैचेनियों का सिलसिला है,दिल में शिकवे और आंखों में गिला है,
हर दुआ ना कबुल हो गई,हर मन्नत ना मुक़र्रर रह गई;
सब के सब वहम तुम्हारी सोच के ,गौर से देखो जरा,जो हैं पास तुम्हारे;
किसी को इतना भी नही मिला है!!
बातें तुम्हारी बहुत तकलीफ देती है!!😂-
Prem Ka Rang गुलाबी
आस्था Ka Rang Gerua
Dhadkan Kahe महादेव
Aur मन कहे Shiva Shiva !!❣-
मैं शिष्य आपका गुरुवर,
मुझको गुर सिखला दो...!
मैं बालक हूं आपका,
मुझको सही राह बतला दो...!!
जिस पर चल मैं जीवन में,
आगे बढ़ सकूं...!
पाकर आपका आशीष,
कुछ इतिहास गढ़ सकूं...!!
अक्षरों का ज्ञान कराकर,
पूरा पाठ पढ़ाया है...!
छोटे-छोटे इम्तिहान लेकर,
मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है...!!
मात-पिता के बाद गुरु तुम,
भगवान का रूप कहलाते हैं...!
गुरु तेरे चरणों में हम शत-शत शीश नवाते हैं...!!-
गुरुजी ने कहा -
किसी भी कार्य को पूरे समर्पण के साथ करना,
यह समझकर कि अमुक कार्य इश्वर प्रदत्त है।
(अनुशीर्षक में)-
जिंदगी भर आशीर्वाद रहे इनका,
बस एक यही अरमान लिखता हूँ।
रूठ जाता है खुदा भी अक्सर ,
जब शिक्षकों को महान लिखता हूँ।
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ज्ञान के आकाशगंगा हैl
एवं
ज्ञान के आकाशगंगा का चमकता हुआ सिताराl
ब्रह्मांड में गुरु-शिष्य दैविक ऊर्जा का नायाब रिश्ता है l-
गुरु वो है जो स्वयं ज्ञान
रूपी अग्नि में तप कर
अपने शिष्य को अपने
से बेहतर बनाता है..🙏🏼-