अभी इन्तेहा न पूछिए हमसे हमारे दर्द की
अभी तो हम उस इन्तेहा की खोज में निकले है-
शेर तो मेरे भी मुकम्मल होतें हैं 'देव'
मगर 'जौन' सा अंदाज-ए-बयां कहाँ से लाऊँ l-
पागल था मैं,
जो खुशियां ढूढ़ता था जमाने मे!!
वो तो मेरे जहन मे मिली,
जब मैं निकला खुद की तलाश मे!!-
आध्यात्मिकता और भौतिकता के बीच त्रिशंकु सा मेरा अस्तित्व, अक्सर मन उलझ जाता, बेचैन हो उठता है आध्यात्मिक विकास की ओर, बहुत से प्रश्न बिना उत्तर के आपस में उलझते हैं और उलझा देते हैं मुझे भी, और मैं इस से घबराकर मुड़ पड़ती हूँ फिर से भौतिकता की ओर, डर लगता है उन प्रश्नों में उलझने से, सांसारिक प्रश्न फिर भी सरल जान पड़ते हैं, और फिर मगन हो जाती हूँ अपनी सांसारिक झंझावतों में, किन्तु वो अनसुलझे प्रश्न निरंतर सिर उठाते हैं, और फिर से मुझे वहीं ले आते हैं, उसी स्थिति में, फिर से वहीं, त्रिशंकु सी मैं...
Sarakendu-
ब्लैक होल सा तेरा दिल प्रिये
मैं भी स्टीफन हॉकिन सा दिमाग हूँ
थ्योरी ऑफ एवरीथिंग तेरे दिल पे लिखूँगा
समा जाऊँ उसी मे,तो कोई बात हो।।-
★★★★◆★★★★
ज़िंदगी कुछ इस तरह बदली
वो बदल गए हमे इस तरह
यादें जो सम्भाल के रखी
ज़िन्दगी का हिस्सा बन गयी
खोजने निकलते है जब कभी
ढूंढने से भी नही मिलते अब
◆👑g311❤◆
★★★★◆★★★★-
ख़ोज रहा हूं कब से खुद में खुद को मैं ,
मुझको मुझी में अक्सर मैं नहीं मिलता..!!-
तुम संभाल सकते हो, तो तुमको दे दूं,
मगर ये सपने है तुम्हें उधार कैसे दे दूं !
©निशा-