सब कुछ यहीं पे रह जाएगा,क्या पाना और खोना है
साथ में कुछ भी नहीं जाएगा , इसी बात का रोना है
साथ अगर ले जा सकते तो,सारा कुछ बटोर ही लेते
लेकिन खाली हाथ है जाना , भार यह काहे ढोना है
साथ नहीं ले जा सकते ,फिर इतनी आपाधापी क्यों
जीवन में सादगी रहे , ना व्यर्थ के ख्वाब संजोना है
दुनिया की इस चकाचौंध में ,व्यर्थ नहीं उलझो भाई
सच्चाई यह कतई नहीं है , मायावी जादू टोना है
हित मित हो व्यवहार सभी से,ऐसा सादा जीवन हो
बोल सके तो मधुर वचन हो,पर कांटे नहीं चुभोना है
धन की चिंता व्यर्थ है पगले ,राम प्रभु का चिंतन कर
नाम से नैया पार लगेगी , फिर क्यों रोना धोना है
अरे,क्या पाना और खोना है?....
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