QUOTES ON #ख़ुदा

#ख़ुदा quotes

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6 JUN 2020 AT 7:16

घंटे के शब्द में बसता-सा
ख़ुदा ही तो है,
अज़ाँ में गुनगुनाई है
गोविंद की मुरली कहीं...

कानों की जिरह छोड़िए!
दिल से ज़रा सुन लीजिए!

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10 MAR 2018 AT 17:33

थोड़ा प्यार दिल में जग जाने दो,
थोड़ी वो बातें भी हो जाने दो,
हैं दर्द इतना कि जिस्म टूट जाएं,
तेरी मोहब्बत के परवाने को
तेरा ख़ुदा तो बन जाने दो |

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24 JAN AT 19:08

दुखी है वो अब मुस्कुराए भी कैसे
ये आँसू किसी को दिखाए भी कैसे

मुक़द्दस नहीं है मोहब्बत किसी को
वो सपने सुहाने सजाए भी कैसे

गुज़ारिश करे किस के पीछे पड़े
ख़ुदा को वो अर्ज़ी लगाए भी कैसे

ये इमरोज़ आकर बना है दीवाना
गुज़ारे पलों को भुलाए भी कैसे

मुकम्मल कहानी हुई ही कहाँ थी
अधूरी कहानी सुनाए भी कैसे

हसीनों की आदत से पुरनूर होकर
हसीनो को दिल में बिठाए भी कैसे

जो 'आरिफ़' का होकर भी उसका नहीं है
उसे पास अब वो बुलाए भी कैसे

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7 JUN 2020 AT 21:05

दिनों से बात लब पे है के अब वो बोल दी जाए,
पड़ी नफ़रत की ये बेड़ी दिलों से खोल दी जाए,

लहू कुछ गर्म है उनका के उनकी ज़ात ऊँची है,
लहू में आओ अब सबके मुहब्बत घोल दी जाए।

कई ऐसे हैं दुनिया में जो दुनिया के सताए हैं,
इनायत ऐसे लोगों को ग़मों के मोल दी जाए।

नमाज़ों से कहीं प्यारी है ख़िदमत-ख़ल्क़ मौला को,
अगर दिल के तराज़ू में, इबादत तोल दी जाए।

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4 MAR 2018 AT 16:36

ख़ुदा को क्यूं मैं अपनी ज़िन्दगी की
परेशानियों से उलझाऊ ,
बेहतर होगा मैं अपने टूटे दिल का
एक खूबसूरत सा तोहफ़ा बनाकर
उसे उसके स्वर्ग में पहुंचाऊं |

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3 FEB 2018 AT 12:04

इंसान को इंसान में इंसानियत नहीं दिखती
पत्थर में ख़ुदा ढूंढ़ते हैं ,
हैं ज़िन्दा ख़ुद भी यहां
फिर भी ज़िन्दा होने की वजह ढूंढ़ते हैं |

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16 MAR AT 9:00

करेंगे सभी अब इबादत, रमज़ान आया है
बढ़ाने दिलों में मोहब्बत, रमज़ान आया है

तसव्वुर करेंगे मिलेगा सब इस महीने अब
हो क़ुरआ'न की भी तिलावत, रमज़ान आया है

मशक़्क़त चली जाएगी ख़ुशियाँ लौट आएँगी
नमाज़ों से होगी रियाज़त, रमज़ान आया है

गुनाहों को सब के ख़ुदा भी आख़िर भुला देगा
हाँ होगी सभी पर इनायत, रमज़ान आया है

जो 'आरिफ़' करे तू ख़ुदा की कुछ बंदगी दिल से
मिलेगी तुझे भी सख़ावत, रमज़ान आया है

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1 FEB 2018 AT 16:22

इश्क़ मुझे , ये किस मोड़ पर लाया हैं
सामने मेरे , ये कैसी माया हैं |
चाह कर भी , मैं लौट ना पाऊ
लगता हैं कि ख़ुदा ने , सिर्फ़ एक ही रास्ता बनाया हैं |

इश्क़ में दर्द भी मैंने , गहरा पाया हैं
सामने से चल कर , कोई कुछ कहने आया हैं |
ना करूंगा इजहार , इश्क़ - ऐ - मोहब्बत का
क्योंकि मात भी मैंने एक नही , कई बार खाया हैं |

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5 FEB 2018 AT 11:14

मंजिलों ने छोड़ा , हादसों ने अपनाया
ऐ ज़िन्दगी , रास्तों ने ये किस मोड़ पर हैं लाया |

लोग तो ऐसे बदले , जैसे अंधेरों में उजाले का साया
अजनबी हो गए सारे सपने , इस टूटे दिल को हंसाने
ख़ुदा एक बार फिर , बहरूपिया बन मेरी ज़िन्दगी में आया |

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14 OCT 2019 AT 14:29

ये कुदरत की कारीगरी है या ख़ुदा की इनायत,
रंग सोने सा है मेरी मेहनत का और हाथ मैले हैं !

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