हृदय कुंड में,क्रोधाग्नि धधक रही
मान की ठूंठ सी,अहम् की लकड़ियाँ....
लोभ की लौंग धूप,कपूर
आज सुगंध रहित
अस्नेह का घी और
समिधा देते जाना,,,,
जलकर खाक हो जाना,,,
निश्शेष राख हो जाना
क्रम टूटता नहीं,,,
इस बार जलना नहीं
गलना है,,हृदय को
अश्रु नीर से शांत,प्रशांत करना,
क्षमा की भभूत मस्तक लगा,
दिव्यता पाना
यही पर्व,पूजा,विधान
का फल है,,न मिलता कल है,,
क्षमावाणी पर्व पर समर्पित
यही तो सच्चा श्रीफल है!!
2.9.20 क्षमावाणी पर्व
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उत्तम क्षमा का यह पावन दिन फिर आया हैं,
गिले-शिकवे भुलाने को जैन धर्म यह लाया हैं।
जाने-अनजाने में हो जाती हैं बहुत गलतियाँ,
भूलवश हो सकता हैं किसी को कष्ट भी दिया।
गलतफहमी से हो जाती हैं मन में नफरत,
आओ चलो दूर करे इस पर्व में यह गफ़लत।
'क्षमा वीरस्य भूषणम्' हैं जैन धर्म का नारा,
जिसने ना जाने कितने लोगों का जीवन हैं संवारा।
क्षमा मांगकर अपनी भूलों को करो स्वीकार,
तभी तुम्हें जीवन में मिलेगी जय-जयकार।
क्षमा दान देकर होगी आत्मा भव-पार,
ना कर तू इस बात में जरा भी अहंकार।
🙏उत्तम क्षमा🙏
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अब दिल की बात कहने में भी गुरेज होने लगा है
किसी का दिल न दुखे,मेरा दिल सोचने लगा है..-
🌹क्षमा वीरस्य भूषणम्🌹
हुआ हृदय आहत कभी,
मेरे विचार,वाणी, व्यवहार से!
हुआ मन को क्लेश कभी,
कुलशित कुंठा के ज्वार से!
अनबन,अवगुण क्रोध सभी,
मानवता के दूषण हैं!
क्षमा कीजिए सरल हृदय से,
क्योंकि क्षमा वीरों का भूषण है!!
🙏‘मिच्छामी दुक्कड़म्’🙏
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रब से दुआ है मेरी,भूल से भी
मुझसे कोई भूल न हो
मैं किसी का ग़म गलत कर सकूँ
इतनी हिम्मत दो
कभी कुछ गलत करूँ तो प्रभु
मार्गदर्शन करो
पथभ्रमित न हूँ ,सद्मार्ग पर चलूँ
तेरे चरणों का अमृत चखूँ
तू मुझमें मैं तुझमें रहूँ...
मेरे हृदय में निवास करो
जैसे धाऐ सुदामा के लिए ..
वैसे इस सुदामा पर कृपा करो
जाने अनजाने भूल के लिए
प्रभु तुम मुझको क्षमा करो🙏
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पिछले कुछ समय में,
जबसे yq जॉइन किया है तबसे लेकर आज तक मैंने मन और वचन से (काया से तो वर्चुअल वर्ल्ड में संभव नहीं है इसलिए इसे skip करते हुए) किसी भी व्यक्ति का मन दुखाया हो तो उसके लिए आप सभी से क्षमापर्व पर क्षमाप्रार्थी हूँ🙏🙏🙏-
करकर जताने का क्या फायदा
सच सच बताना ! ....
क्या यही है तुम्हारे करने का कायदा?
चलो एक प्रण लेते हैं
सबके कर्मो का हिसाब अब उसी पर
छोडते हैं
नफा नुकसान सबका हिसाब यहीं पर होगा
रह गया जो पूर्व् जनम का भी..
वो भी खाता खुलेगा
सब यहीं निपटेगा !
हो सके तो सब अपने कर्मों का खाता खोल लेना
हुई जो खुद से और औरों से भी गलतियां..
हाथ जोड़ कर क्षमा मांग लेना 🙏
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अनकही, अनछुई बातें ,यादें ..
चुल्लु भर जल अंजुलि में,
दे कर आज तिलांजलि..
ली जो मैंने कुछ भी शिक्षा,
देने को है सिर्फ यही गुरु दक्षिणा..
करना स्वीकार परमपिता ब्रह्मा..
क्षमायाचना की पात्र नहीं मैं,
सूक्ष्म जीव हूं ,नहीं तेरा हिस्सा मैं ..
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क्षमावाणी पर्व पर,
सबसे क्षमा, सबको क्षमा🙏
जाने -अनजाने, मेरे किसी कार्य, शब्द या व्यवहार द्वारा आपके निर्मल मन को ठेस पहुंचाई हो या आहत किया हो तो मुझे नादान समझ कर क्षमा करे।
जय जिनेन्द्र-
ना हो हिम्मत अगर किसी के सामने झुक जाने कि
तो झुका लेना अपना माथा प्रभु के सामने..
माँग लेना माफी अपनी हर एक गलती कि दिल से,
कर देंगे ये माफ तुम्हें एक ही क्षण मे।।
उत्तम क्षमा-