QUOTES ON #कतरा

#कतरा quotes

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27 SEP 2020 AT 18:29

फ़िक्र में वो तमाम यादें, ख्यालों में उथल-पुथल दे गई,
मगर गई तो भी वो लेकिन मुझमें अपनी कमी दे गई!

नींदों में ख़्वाबों का रेला और यादों का नजराना दे गई,
हकीकी नहीं लेकिन फिर भी एक धुंधली तस्वीर दे गई!

आँखों में कतरे अश्कों के और पलकों में सैलाब दे गई,
जाते जाते खत में वो पहला पहल सूखा गुलाब दे गई!

आँखों मे अक्स दर अक्स और खुद की परछाई दे गई,
दूर बहुत दूर होकर भी लेकिन वो नजदीकियां दे गई!

खामोशियों में लफ्ज़ और लफ्ज़ों में खामोशी दे गई,
लेकिन अनकही बातों की दर्दभरी फ़ेहरिस्त दे गई!

दुआ में खुद और ख़्वाहिश में मन्नत का धागा दे गई,
सिंदूर के हक़ में वो लेकिन अपना सबकुछ दे गई!

रूह में मोहब्बत और मोहब्बत की एक मिसाल दे गई, _राज सोनी
सबकुछ छीन के मुझसे लेकिन वो अपना दुपट्टा दे गई!

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31 JAN 2020 AT 12:11

हुस्न-ए-दरिया का बखा ना करो 'कहानी' लिखकर,
प्यासा क़तरा भी डूब गया साहिल पे 'पानी' लिखकर!!

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4 JAN 2019 AT 13:48

सोने का तू क़तरा ढूंढे
कब तब उसको चलाएगा
पहाड़ खोदकर जीने वाला
खुद हीरा बन जायेगा।।

दरिया की अपनी पहचान
एक बूंद से बनता जहान
सूरज की रोशनी पाकर
चाँद कितना जगमगाएगा।।

सोने का तू क़तरा ढूंढे
कब तब उसको चलाएगा।।

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28 AUG 2018 AT 22:13

पासबान तू बन जाना हमारा, हम तेरे बन जाएंगे.....,
जो कोई रेत का एक भी कतरा, हमसे छूकर गूज़र जाए,
हम मिलकर, उस कतरे से भी, लड़ जाएंगे....... ।।

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13 OCT 2020 AT 21:47

यूं नाराज़ ना रहो चले जाएंगे तुमसे दूर
अभी तो खून का आखिरी कतरा बहना बाकी है

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29 MAR 2019 AT 21:01

जरुरत नहीं, उंस की, पैमाने भर गरल पीना चाहता हूं,
तभी क़ासिद ने आकर एक कतरा, हयात का पीला दिया।।

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26 FEB 2020 AT 8:05

बनू चिराग़ मैं,
मुझको जला के देखे वो,
जिस तरह चाहे,
अपना बना के देखे वो!

मुझे आता है अश्क़ों को
सदफ़ कर लेना,
एक क़तरा तो नज़र से
बहा के देखे वो!

कितना आग़ोश तलब हूँ मैं
अदब से “राज”
बस एक लम्हा गले से
लगा के देखे वो!
____Mr Kashish

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9 MAR 2019 AT 18:06

तपिश मोहब्बत की मेरे रूह तक जा पहुंची,
छलक आया कतरा-ए-इश्क टूटकर निगाहों से !

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1 FEB 2020 AT 1:01

मय से निकला था दरिया, क़तरे के लिबास में..
शाकी भी पी गया ढाल के, समंदर गिलास में।।

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5 NOV 2019 AT 20:49

तेरे दर्द का हर कतरा,
मेरे रगों में कुछ यूं समाया है!
जब-जब की है तुझे भूलने की कोशिश,
कमबख्त! तू बहुत याद आया है।

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