एक नई सुबह...
(Caption)-
*एक नई सुबह*
निकाल रहा है सूरज शब में नहाते हुए
आसमाँ के छत पर चढ़ रहा हौले हौले
सुर्ख़ गुलाबी मुस्कान बिखेर रहा
जैसे कोई आशिक मिलन की आस में
निकल पड़ा हमराही के मंजिल की ओर
मस्ती में कोई नई धुन गाते हुए ।
-
जहां रात बीते कल को समेट लेती है
वहीं सवेरा आने वाले कल को उजागर करता है-
वो रातभर जागकर नयी सुबह का इन्तेज़ार करता था,
उन घनी रातों में डूबकर-सिसककर आहें भरता था।
शायद होना था उसका जीवन भी मुक्कमल रोशनी से,
तब ही तो अन्धेरा कुछ क्षण रहता और फिर मरता था।
-रजत नागपाल-
ये नींद भी कितनी अजीब है ना बिना दस्तक दिए आ जाती है और बिना बताए चली भी जाति है
प्यार भी कुछ ऐसे ही होता है बिना दस्तक आ जाता है और बिना बताए चला भी जाता है
ओर फिर एक नया सवेरा लाता है-
हर रात एक नई सुबह को जन्म देती हैं,
मानो हो गया कुछ बहुत बुरा आज,
पर एक दिन में जिंदगी खत्म नहीं होती हैं।-
आज कैसा यह माहौल है,
करुणा का क्रंदन शोर है |
यह कैसी हवा है बह रही,
सांसों में जहर है घुल रही|
मृत्यु है तांडव कर रही,
भयभीत है पूरी जमीं|
भविष्य पर है संशय बना,
वर्तमान भी है सिसक रहा|
जीवन मृत्यु में है जंग छिड़ी,
आशा की डोर है छूट रही|
अपनी हिम्मत को तू ना तोड़ना,
हौसलों का दामन ना छोड़ना|
हम मनुज कभी हार ना मानते,
जीतने की जिद को न त्यागते|
इस शत्रु को भी हम हराएंगे,
आखिर हम जीत ही जाएंगे|
सबके चेहरों पर मुस्कान सजेगी,
देखना फिर एक नई सुबह खिलेगी|-
रात कट चुकी है दर्द की अब ना पलकें भिगाइये,
किरणों ने दी है दस्तक अब तो बस मुस्कुराइये lll-
जिन्दगी को खुशी👩🏻😊👦🏻खुशी जीओ
उसे समझने की कोशिश❌ ना करो
चलते🕰️ वक्त के साथ🚶🏻♀️🚶🏻♂️ चलो
वक्त🕰️ को बदलने की कोशिश न❌ करो
दिल❤️ खोल कर सांस लो
अंदर ही अंदर🤦🏻♀️🤦🏻♂️ घुटने की कोशिश न❌ करो
कुछ बातें ईश्वर👆🏻💫 पर छोड़ दो जिसे हम🚶🏻♀️😷🚶🏻♂️बदल नहीं❌सकते
सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न ❌करो ये🚶🏻♀️😷🚶🏻♂️ वक़्त🕰️ भी गुजर जाएगा नया🌅 सवेरा लाएगा।
दो गज🚶🏻♀️😷-
सूरज की पहली किरण
हर दिन एक नई रोशनी देती हैं
फिर भी इंसान
बीते बातों को लेकर ही परेशान रहता हैं-