अब दूरियों को क्या समझाऊं
कि कितनी ख्वाहिशें हमारे दर्मिया अभी बाक़ी हैं |
नाराज़ तो वो हैं मुझसे
पर उसका प्यार ही मेरे अकेलेपन का साथी हैं |
एक ज़ख़्म दिया हैं उसने मुझे
अपनी यादों की तरह ,
पर उस पगली को क्या पता
कि जीने के लिए उसके साथ बिताए प्यार के कुछ पल ही ,
ज़िन्दगी भर मेरे लिए काफ़ी हैं |-
26 MAR 2018 AT 22:26
26 APR 2019 AT 20:52
उसकी पसंद अलग थी जनाब
उसे वो पसंद था जो दुनिया नापसंद करती थी-
28 JUL 2020 AT 16:21
तुम्हें मेरे प्यार पे गुस्सा आता है,
मुझे तो तुम्हारे गुस्से पे भी प्यार आता है।।-
21 AUG 2020 AT 18:20
अब चलो आगे बढ़ो,जोर से जोर लगाकर
अदम्य हौसले और साहस,हर रूकावट को दिखाकर
युवा पीढ़ी हो तुम,तुममें छमता अथाह है
तोड़कर इन जंजीरों को,नये रास्ते इजात करो
कुछ लोग ऐसे मिलेंगे,जो तुम्हें बेवकूफ तक कहेंगे
तुम हँसकर सिर झुकाना,और चुपचाप आगे बढ़ जाना
अब समझ लो बस इतना,हर रात का सबेरा होता ही है
मेहनतकश इंसान के सर,सफलता का ताज होता ही है
-
7 FEB 2020 AT 19:35
मिली है मुझसे अब रिश्तेदारी तो उससे मेरी पुरानी है
गुलाब दिया मैंने आज इसलिए गुलाब प्यार की निशानी है ।-