Alphabets Jahan कम पड़ Jaye..
Wahan अक्षरों ka bhi istemaal karein.
जज़्बातों Ko bayan karne mein
Kanjusi कभीं na hone Paye.-
अपनी एक झलक देखिए आईने में,
आईना बदल गया या तुम बदल गए।
हमने कभी इश्क का इजहार ना किया,
गनीमत रही कि वक्त रहते हम संभल गए।-
ए_काश.....
मिल जाती कोई जादू की छङी
या मिल जाता चिराग का
जिन्न कही...
कहते ही पूरी हो
जाती तमन्ना सभी
मिल जाती ऐसी
जादुई लुटिया कोई....
हो जाती हर मुराद पूरी
बन जाती बिगङी बात सभी
ए_काश मिल जाती कही से
ऐसी मणी कोई.......
दूर हो जाती दुनिया से महामारी सभी
हो जाती दफा मुश्किले सभी
ए_काश....-
क्या कहें हम रखते ही नहीं खबर कौन कैसा है…
कर लेते हैं भरोसा हर एक पर अपना तो दिल ही ऐसा है।-
ठंडी हवाएँ, मौसम हुआ कुछ यूँ बेईमान है,
देख कजरारे नैना, निकली कितनी जान है!
नाक पर गुस्सा, आँखों में "चंचल" शरारत-
देख उसे समझे, शरारती की यही पहचान है !!-
मैं दुश्मन को
भी
अपना दोस्त
मानता हूँ।
एसा क्यूँ ?
जब यह सवाल
लोग मुझसे पूछते हैं
तो मेरा ज़वाब
यहीं होता हैं
मैं दुश्मन को
भी
अपना
दोस्त मानता हूँ।-
आकार में यूँ ही नहीं ढला करते हैं पत्थर
हाथों को हथौड़ा और जज्बे को छैनी होना पड़ता है☺👀✌-
इतने खरीददार हैं, उसके झूठ के "चंचल" ,
सच बोलने की कभी, उसे जरूरत न पड़ी ! 😊👀✌-
माना कि मिलता है तजुर्बा, जिंदगी के सफर में !
लेकिन
हर कोई यहाँ, तजुर्बे का तलबगार नहीं होता है !!
😊👀✌-