चंचल माहौर   (चंचल माहौर 'स्वर')
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Joined 27 November 2017


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Joined 27 November 2017

जिम्मेदार और समझदार होना भी भारी पड़ता है कभी कभी।
जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे हुये और समझदारियों का झामा पहने हुये अपनी पसंद और खुशियों को दरकिनार कर हम उन अपनों के लिये जी रहे होते हैं, जिन्हें खबर भी नहीं होती कि हम घुट-घुट कर तिल-तिल मर रहे हैं...। 🙂💔👀🤞
#यूँही

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21 SEP 2024 AT 22:55

मेरे भरोसे को, सारेआम यूँ तोड़कर जाने वाले
कैसे भूलूँ तुम्हें, मेरी पीठ पर छुरा चलाने वाले ।

तुमको मनाया हमेशा जब कभी तुम रूठे,
आई हमारी बारी तो खो गये सब मनाने वाले...।

पड़ी जरूरत तो हक से मिले वो सब हमसे,
जरूरत खत्म तो कहाँ गये हक जताने वाले ।

बेमुरब्बत सी जिंदगी में अजनबी हुये सब,
रहेंगे बेचैन हमेशा, मुझको यूँ सताने वाले ।

ताउम्र साथ निभाएंगे, कैसा भी रहे वक्त
बेखबर हैं वो मधुशाला में, जाम छलकाने वाले ।

पहचान लिया सबको कौन सच्चा कौन झूठा,
अब हमसे रहे दूर, झूठ से हमें बहलाने वाले ।

जीते जी हमारे जो पूछ न सके कभी खैरियत
कैसे खड़े हैं वो देखो, सब आँसू बहाने वाले ।

करते थे दावा, बिछड़कर हमसे खुश रह लेंगे
सुना है बड़ा बैचेन रहते हैं, हमें भुलाने वाले ।

यूँ जिद्द में हमसे जीत सकेगा कौन "चंचल"
हारेंगे हमसे, बहुत आए ऐसे हमें हराने वाले ।
19.09.2024

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10 NOV 2023 AT 12:46

वो लड़की नादान सी, नादान नहीं है,
थोड़ी चुलबुली है पर, शैतान नहीं है ।

गलती पर डाँट देती है, कोई भी हो
ऐसा नहीं डाँटकर, परेशान नहीं है ।

कुछ दोस्तों में जान उसकी है बसती
क्या वो भी दोस्तों की, जान नहीं है ?

कुछ व्यस्त हुये, कुछ छोड़ गये साथ
कुछ को जान मतलबी, हैरान नहीं है ।

यूँ ही न करती भरोसा, अब किसी पर
"चंचल" पहले सी, मेहरबान नहीं है ।
😊👀🤞
10 November 2023

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12 AUG 2023 AT 16:14

हम मिलेंगे कभी
अनिश्चित समय के लिये
अनिश्चित काल में
अनगिनत बातें करने के लिये
इक दूजे से इक दूजे की
शिकायतें करने के लिये
करेंगे प्रेम की कुछ बातें
होगी झमाझम प्रेम की बरसातें । ©

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10 DEC 2022 AT 0:41

दिल दुखाने के लिये, धन्यवाद आपका।
हमें रुलाने के लिये, धन्यवाद आपका ।
करते रहे फिक्र अब तक जो आपकी,
उसे भुलाने के लिये, धन्यवाद आपका।
© 🙂👀🤞
10 December 2022

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1 AUG 2021 AT 14:35

यारी हो हमारी ऐसी, कि दुनिया याद रखे,
कितनी भी हो परीक्षा, दोस्ती आबाद रखे।

हो जायें गलतियाँ, एक-दूजे को मना लेंगे
आग लगाने वालों को 'चंचल' बर्बाद रखे ।❤
☺👀🤞
01 August 2021

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14 NOV 2020 AT 10:58

इन दीपों की रोशनी सा, आपका जीवन जगमगाएँ
माँ लक्ष्मी संग विष्णु जी आपके घर आंगन आएँ
इस रंगोली के रंगों सा रंगीला हो आपका जीवन-
सपरिवार आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
🎆🎇☺👀🤞

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17 MAY 2020 AT 15:42

अक्सर होता है यही मेरे साथ,
उसी लहजे में बोल दूँ अगर
लोग भाग जाते छुड़ाकर हाथ !
😊👀🤞
17.05.2020

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30 OCT 2018 AT 19:09

अब आएगा
मेरा फैसला
अब सब खत्म
जो भी रहा
तेरे मेरे
ये दरम्यान
मामूली सी
वो बात नही
जो माफी
तुम्हें मिल जाएगी
उंगली उठा कर
चल दिए
कुछ देखकर
कुछ सुनकर
कर लिया जो
तुमने फैसला
होता नही है
वो सच कभी-कभी
आँखों देखा
कानों सुना
तुमने तो
है कर दिया
मेरे चरित्र को
दागदार
कैसे भूलूंगी
मैं कभी
इस बेबुनियादी
बात को
जिसने हिला कर
रख दिया
मेरे अंतर्मन
मेरे दिमाग को
गर माफ कभी
किया तुमको
एहसान मेरा
होगा तुम पर । 30.10.2018

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9 NOV 2021 AT 19:16

तेरे नशीले नैनों से, कत्ल-ए-आम हो जाये,
तू पिला दे साकी आज, दो चार जाम हो जाये ।

तेरा साथ रहे, औ होती रहें तुझ संग बातें तमाम
कि खूबसूरत सी इस शाम को, सलाम हो जाए ।

उम्र गुजरती रहे, हम संजोकर रखें यादें अपनी
कभी धूप हो, और कभी इश्क की शाम हो जाए ।

जिंदगी के सफर में मिलेंगे, बहुत से मुसाफिर
तू करना इस कदर मेहनत, तेरा नाम हो जाए ।

तोहमतों के शहर में लगेंगी, सौ तोहमत तुझपे
ये सोचकर न घबराना, कहीं तू बदनाम हो जाए ।

दुश्मनों के डेरों से, तू निकलना जरा सम्भलकर
दिखाना अपनी होशियारी, काम तमाम हो जाए ।

बातें तो बहुत बनाती हो, कभी मिल लेना हमसे
खाली बहुत बैठे 'चंचल', अब थोड़ा काम हो जाए ।

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