जरा जरा सी बात पर मुंह फुला लेते हो गोलगप्पे इतने पसंद है क्या मनाने से मानते नहीं हो इतनी जिद्दी दिमाग से सटके हो क्या जब होते हो गुस्सा लगता है इस दिल को झटका एक झलक पाने के लिए इन गलियों में कितना भटका गुस्सा करो शांत सिर पर पानी डाल कर जरा ऊपर देखो आपके सिर पर ही रखा है मटका
سن تیری یادوں کی محفلیں تیری خاموشیوں کا شور چھین کر میرا چین و قرار رفتہ رفتہ مجھے پاگل بنا رہی ہیں ✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی Sun Teri yado ki mahfile Teri khamoshiyo ka shor Cheen kar mera chaino qaraar rafta rafta mujhe pagal bana rahi hai