मैंने चाहा कि कोई लफ़्ज़-ए-तसली दे दे,
मगर तेरे होंठों पर सिर्फ ख़ामोशी ही रही।-
Amit Chauhan
(हमनवा)
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An Aspiring Writer. Wish me on 16th April.
Just because I post something doesn’t mean I’m g... read more
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Joined 7 November 2021
6 HOURS AGO
22 HOURS AGO
दुःखों की कोई सीमा तो हो,
खुशियों का वक्त धीमा तो हो,
नुकसान का मुआवजा मिल सके,
खुशियों का कोई बीमा तो हो।-
YESTERDAY AT 0:43
दुनिया बेरहम है आप खुद पर रहम कीजिए,
रिश्ता दोस्ती का है तो जरा न वहम कीजिए।-
16 AUG AT 23:23
मेरी तमाम अधूरी ख्वाहिशों का सार है तू,
लौट आ कि मेरा सदियों का इंतजार है तू।-
16 AUG AT 21:39
चाहे एक हो पर पूरी रात हो,
और पसंदीदा शख्स साथ हो,
सारी उम्र यूं ही काट लेंगे हम,
अगर ऐसी एक मुलाकात हो।-
16 AUG AT 21:02
दर्द से ही सब्र करें गर खुशी पास न हो,
दूसरों की प्रगति से कभी निराश न हो।-