शीर्षक:- इक तलाश
तलाश उस सरिता की जो सब की प्यास बुझाती है
तलाश उस कविता की जो सब की आस बन जाती है
तलाश उस फूल की जो सुरभित जीवन महकाती है
तलाश उस शूल की जो गुलाब की पंखुड़ियां लहराती है
तलाश उस ज्ञान की जो बांटने से कभी कम न होता
तलाश उस जान की जिसे बचाने के लिए गम न होता
तलाश उस भान की जिसे घटाकर सम्मान बढ़ता है
तलाश उस दान की, जिसे बढ़ाकर सम्मान बढ़ता है
तलाश उस व्यक्ति की जो सभी के दिलों में बसता है
तलाश उस अभिव्यक्ति की, जो सभी दिलों को रचता हैं
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