पीने के बाद नागिन डांस इवेंट भी है या सिर्फ खाली बोतल सिर पर रखकर नाचना है ?
#wineshops खोले जाने से गदगद अखिल भारतीय बेवडा समाज की भावनाए।😜
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#LiquorShops
#COVIDー19-
Humlog ne sirf 1 din k liye manga tha wine shop, sarkar ne 2 din k liye di, alhamd lilah.
Ab tho wineshop band hogayi he,
Ab line nhi rahegi, aur social distancing ka matter niklega nhi.
Ab tumlog kya bologe?
Ab kispe ungliya utaoge?
Ab tho jaha line dikhi hum waha ungliya utaenge. Ata amchi baari aali..!-
नशा नाश कर देगा, है नहीं कोई बतलाने को
इच्छाशक्ति क्षीण हुई, नहीं कोई बढ़वाने को
राजा कहे बढ़े खज़ाना, खुलवा दो सब ठेके
युवावर्ग को मिले प्रेरणा, कौन भला अब रोके
कोष मे आएगा पैसा, घर-घर नर्क बनाने को?
नशा नाश कर देगा, है नहीं कोई बतलाने को
रीढ़ देश की तोड़ेगा, सपना साकार कर छोड़ेगा
कमज़ोर होगा युवा अगर, दुश्मन देश को तोड़ेगा
बाहरी से लड़ लेंगे, नहीं अंदर कोई बचाने को
इच्छाशक्ति क्षीण हुई, नहीं कोई बढ़वाने को
कह गए गुरु नानक, सुबह उतर जाए सरूर
भाँग, धतूरा, अफ़ीम, मद, ये कर दें चुरम चूर
नहीं हरी-जन सूरमा, सच्ची राह दिखाने को
इच्छाशक्ति क्षीण हुई, नहीं कोई बढ़वाने को
पुराणों के इस देश में, धर्म की हो रही ग्लानि
समुन्द्र-मंथन का रत्न मदिरा, असुरों का ये पानी
यदा-यदा ही धर्मस्य, आओ कृष्ण बचाने को
नशा नाश कर देगा, है नहीं कोई बतलाने को
इच्छाशक्ति क्षीण हुई, नहीं कोई बढ़वाने को-
Koi 100 मील ja raha hai paidal apne ghar ka liye,
Koi 100 रूपय ki Sharaab pi raha hai !!
Koi Gharwalo sa dur reh raha hai,
Koi Sharab pika gharwalo sa lad raha hai !!
Koi zindagi ka akhri pal hospital ma jee raha hai,
Koi sharaab ka nashe ma kisiki zindagi kharab kara hai !!
Kisiko dukh hai ki mujhe he kyu hua Corona,
Sharaab lena wo 2ghante line ma thaira bina koi social distancing ka !!
Koi sab bure aadatein chodka gharwalo ka sath khushi khushi reh raha hai,
Koi sab kuch chodka sharaab ma masht reh raha hai !!-
बन्द रहेंगे मंदिर मस्ज़िद,
खुली रहेंगी मधुशाला।
ये कैसे महामारी है,
सोच रहा ऊपरवाला।।
नहीं मिल रहा राशन पानी,
मगर मिलेगी मधुशाला।
भाड़ में जाए जनता बेचारी,
दर्द में है पीने वाला।।-
हम नशे में आये ही कहां थे अभी।
कि बंद मयख़ाने भी खैरियत पुछने लगे।।-
कल'तक जो लोग खाने के लिए मरे जा रहे थे
वो आज पीने के लिए मरे जा रहे हैं ??
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नोटबंदीच्या काळात गर्दीत थांबणं बंधनकारक होतं.
आजकाल वाईन शॉप समोरील गर्दीत थांबणं ऐच्छिक आहे एवढचं.
टीप: कोरोना हा दारू पिणाऱ्यांच्या आसपास ही भटकणार नाही असा यांचा समज असावा.
कोई भी शोक जिंदगी से बडा नही हो सकता
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